यूपी चुनाव के दौरान दिग्गजों का सपा में शामिल होना जारी है। स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान जैसे बड़े कद के नेताओं के बाद अब भारत के सबसे ऊंचे कद के शख्स ने भी अखिलेश से प्रभावित होकर उनके साथ आने का फैसला किया है। 8 फीट से ज्यादा लंबे धर्मेंद्र ने बीते दिन सपा का दामन थाम लिया। सपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने एक फोटो भी पोस्ट की, जिसमें वो अखिलेश समेत कुछ और नेताओं के साथ दिख रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के नरहरपुर कसियाही गांव के रहने वाले धर्मेंद्र प्रताप सिंह का कद 8 फीट 1 इंच है। उन्हें भारत का सबसे लंबा व्यक्ति कहा जाता है। लंबाई के चलते गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने वाले धर्मेंद्र का कहना है कि उन्हें अखिलेश की नीतियां अच्छी लगती हैं। यही वजह है कि उन्होंने सपा में आने का फैसला किया। अब वो यूपी चुनाव के दौरान अखिलेश और उनकी पार्टी के लिए वोट मांगेंगे।
गौरतलब है कि धर्मेंद्र बीते समय में काफी परेशान भी रहे हैं। यहां तक कि 2019 में उन्होंने सीएम योगी से अपने इलाज के लिए मदद की गुहार भी की थी। धर्मेंद्र के मुताबिक उनकी लंबाई उनके लिए प्रसिद्धि का कारण जरूर बनी, लेकिन लंबाई ही अब उनके लिए मुसीबत बनती जा रही है। मास्टर्स की डिग्री हासिल कर चुके धर्मेंद्र के मुताबिक उनकी उम्र 45 साल से ज्यादा हो चुकी है। उनके कद के कारण उनकी शादी भी नहीं हो सकी है। उनके परिवार में दो बहनें और भाई हैं।
रोजगार भी नहीं होने से उनकी मुसीबतें बढ़ गई हैं। उनका कहना है कि पैसा कमाने के लिए वो अक्सर दिल्ली और मुंबई के दौरे करते हैं। वहां लोगों के साथ फोटो खिंचवाकर कुछ पैसे मिल जाते हैं। लेकिन लंबा कद उनके लिए परेशानी ही है। काम मिलता नहीं। दफ्तरों में घुसने में भी परेशानी होती है। यही वजह थी कि उन्होंने योगी आदित्यनाथ से वित्तीय मदद देने या रोजगार देने की अपील की थी।
समाजवादी पार्टी की नीतियों एवं श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व पर आस्था जताते हुए आज प्रतापगढ़ के श्री धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।https://t.co/JUSa85GaNO pic.twitter.com/mWIcv50LbJ
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 22, 2022
हालांकि, धर्मेंद्र पहले भी सपा से जुड़े रहे हैं। वो पार्टी के लिए प्रचार कर चुके हैं। 2013 में हादसे में जख्मी होने के बाद उनकी परेशानी बढ़ी। 2019 में अहमदाबाद के अस्पताल में उनकी सर्जरी की गई थी।