लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी बिगुल बच चुका है और तमाम पार्टियां प्रचार कर रही है। एक तरफ अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के लिए 400 प्लस का लक्ष्य साध दिया है तो दूसरी तरफ विपक्ष ने भी एकजुट होकर इंडिया गठबंधन बनाया है। अब इस इंडिया गठबंधन की संयुक्त ताकत राजधानी दिल्ली में आज रविवार को दिखने वाली है। दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्ष की लोकतंत्र बचाओ रैली होगी। इस रैली में 28 बड़े दल शामिल होंगे।

राहुल गांधी से लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे तक, शरद पवार से लेकर हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन तक, उद्धव ठाकरे से लेकर जम्मू कश्मीर से फारूक अब्दुल्ला तक, तमाम बड़े चेहरे एक साथ मंच साझा करते दिखेंगे। लोकसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में इस समय इंडिया गठबंधन की राजधानी दिल्ली में होने जा रही है इस रैली के मायने काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। समझने वाली बात ये है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार हो चुके हैं। उनकी गिरफ्तारी की वजह से जमीन पर कई समीकरण बदल गए हैं।

एक तरफ अगर आम आदमी पार्टी लगातार भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है तो वहीं एक नई ताकत के रूप में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल जमीन पर सक्रिय होने की कोशिश कर रही हैं। माना तो ये भी जा रहा है कि विपक्ष की रैली में कल्पना सोरेन के साथ अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मंच साझा कर सकती हैं। खबर तो ये भी आई है कि लंबे समय बाद सियासी मंच पर सोनिया गांधी भी वापसी कर सकती हैं, दिल्ली में होने जा रही रैली में उनका भाषण भी सुनने को मिल सकता है।

चुनाव का पूरा शेड्यूल यहां जानिए

अब इस रैली की एक बड़ी बात उसका नाम है। इंडिया गठबंधन ने अपनी इस माह रैली को लोकतंत्र बचाओ रैली कहा है। इसका मतलब साफ है कि लंबे समय बाद कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी होने वाली है। साफ संदेश देने की कोशिश हो रही है कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ पूरा इंडिया गठबंधन एकजुट है और उसमें देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस भी शामिल है।

इस रैली में कांग्रेस का आम आदमी पार्टी को समर्थन देना इसलिए मायने रखता है क्योंकि कई मुद्दों पर ये दोनों ही पार्टियां एक दूसरे की धुर विरोधी मानी जाती है। सीट शेयरिंग को लेकर भी दिल्ली से लेकर पंजाब तक लंबे समय तक सहमति नहीं बन पाई थी, लेकिन अब राजधानी में एक तरफ अगर आम आदमी पार्टी चार सीटों पर लड़ने जा रही है तो तीन सीटें कांग्रेस को दी गई हैं। इसी तरह पंजाब में भी आपसी सहमति बन चुकी है।

अब इंडिया गठबंधन तो अपनी इस रैली को लेकर काफी उत्साहित है, लेकिन बीजेपी ने अभी से उस पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि इस रैली की सबसे मजेदार बात ये है कि ये रामलीला मैदान में आयोजित की जा रही है। ये वही मैदान है जहां पर एक समय अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था और अरविंद केजरीवाल उस समय अन्ना के साथ ही मंच साझा किया करते थे। ये वो समय था जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, ऐसे में अब जब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने हाथ मिला लिया है, बीजेपी इसे बड़ा बुड्ढा बनाने की कोशिश कर रही है।

अभी के लिए दिल्ली में इंडिया गठबंधन की इस महारैली को लेकर सारी तैयारी कर ली गई है। सुरक्षा के जमीन पर पुख्ता इंतजाम देखने को मिल रहे हैं, फोर्स की भारी तैनाती भी इलाके में कर दी गई है।