भाजपा ने राजस्थान में उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद उठे बगावती सुरों से सबक लेते हुए मध्य प्रदेश में रूठों को मनाने का इंतजाम पहले ही कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने मध्य प्रदेश में रूठने वाले अपने नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी वरिष्ठ नेताओं नरेंद्र तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रह्लाद सिंह पटेल को सौंपी है।
राज्य गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने संकेत दिए हैं कि उम्मीदवारों की अगली सूची बहुत धमाकेदार होगी। उन्होंने संकेत दिया कि अगली सूची में कई मौजूदा विधायकों के नाम कट सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी 20 से 25 मौजूदा विधायकों के टिकट काट सकती है। भाजपा की ओर से मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की चार सूची जारी की हैं जिनमें 136 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे।
230 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए अभी 94 उम्मीदवारों की सूची और जारी की जाएंगी। सूत्रों के मुताबिक इन नामों पर संभवत: रविवार को दिल्ली में होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति में मुहर लगाई जाएगी। अभी तक जारी सूचियों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उनकी परंपरागत विधानसभा सीट बुधनी से उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रह्लाद सिहं पटेल सहित सात सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की 60 विधानसभा सीट के चेहरे तय किए
जनसत्ता: नवरात्र में कांग्रेस अपने मतदाताओं का ऐलान करेगी। मध्य प्रदेश – तेलंगाना और छत्तीसगढ़ राज्य के विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) बैठक हुई। बैठक में मध्य प्रदेश के साठ उम्मीदवारों पर आज सहमति सीईसी में बनी है और इन नामों की ऐलान नवरात्र में किया जाएगा।
इसी प्रकार अन्य राज्यों के लिए नामों पर भी सीईसी की बैठक में चर्चा हुई। ये बैठकें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अगुआई में हुई, जिनमें पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत राज्य स्तर के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक के बाद कमलनाथ ने कहा कि सीईसी की बैठक में 60 सीटों पर चर्चा हुई और आगे फिर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि श्राद्ध के बाद उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। उन्होंने बताया कि सीईसी की बैठक में लगभग 60 सीटों पर विचार-विमर्श किया गया है।