किसान नेता राकेश टिकैत अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं और वो कोई मौका नहीं छोड़ते बीजेपी नेतृत्व को असहज करने का। फिलहाल उनका ताजा हमला संघ प्रमुख के साथ पीएम मोदी और अमित शाह पर है। उनका कहना है कि बीजेपी की सरकारें सत्ता में लौटी तो दंगा मंत्री का नया पद बनेगा।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एक दिवसीय दौरे पर हरिद्वार पहुंचे थे। उन्होंने कहा चुनाव बाद अगर भाजपा की सरकार आई तो यहां नई पोस्ट दंगा मंत्री की निकलने जा रही है। नागपुर से इसको लेकर ऑर्डर आ गया है कि दंगा मंत्री की एक पोस्ट और निकाली जाए। टिकैत ने कहा कि वो मंत्री गृहमंत्री के नीचे तीसरी पोजीशन पर अपना काम करेगा।

किसान नेता ने कहा कि दंगा मंत्री से बयानबाजी करवाई जाएएगी, क्योंकि इनको सबको बयान देना पड़ते हैं तो सारे बदनाम हो जाते हैं। इस नई कवायद में कम से कम एक नेता ही बदनाम होगा। टिकैत का कहना था कि बीजेपी के सबसे बड़ी प्राथमिकता हिंदू-मुस्लिम के बीच भेदभाल पैदा कराना है। उनका कहना था कि इससे पार्टी को चुनाव में फायदा मिलता है। जब तक ऐसे नहीं होता तब तक ये लोग बेचैन रहते हैं।

राकेश टिकैत ने चुनाव में जनता को सचेत करते हुए कहा कि वो झूठे वादों में ना फंसे। हिंदू-मुस्लिम, जिन्ना, पाकिस्तान जो शब्द आते हैं, ये ढाई महीने के पैरोल पर आते हैं। लोग इनमें ज्यादा ना फंसे। रोजगार, स्वास्थ्य, जैसे मसलों पर प्रत्याशी से प्रश्न जरूर करें। टिकैत ने कहा किसान आंदोलन का फर्क चुनाव में पड़ना निश्चित है। अगर ईमानदारी से चुनाव होते हैं तो भाजपा को नुकसान होगा। किसान बीजेपी के साथ नहीं है।

उनका कहना था कि चुनाव में कई फैक्टर कार्य करते हैं। जातिवाद, धर्म इन सबका फर्क पड़ता है। लेकिन फिर भी पांच सूबों के लिए हो रहे चुनाव में बीजेपी को ही नुकसान होगा। लखीमपुर कांड के आरोपी आशीष मिश्रा के 3 महीने में ही जेल से बाहर आने पर टिकैत ने कहा कि सरकार को जिस तरह से पैरवी करनी चाहिए थी, वैसी नहीं की गई। गरीब आदमी अपनी पैरवी नहीं कर सकता तो सरकार क्या मुजरिमों को छोड़ने का काम करेगी। क्या कोर्ट में भी तथ्य भी पेश नहीं किए जाएंगे। उनका कहना था कि मोदी सरकार टेनी को बचाने के लिए शिद्दत से काम कर रही है।