ABP-CVoter Survey: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर ABP-CVoter Survey में पूछा गया कि क्या हिमाचल में आम आदमी पार्टी लड़ाई में है या नहीं? इस सवाल के जवाब में 74 फीसदी लोगों ने माना कि आम आदमी पार्टी लड़ाई में नहीं है। जो आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है, जबकि 26 प्रतिशत लोगों को मानना है कि आम आदमी पार्टी लड़ाई में है।
ABP-CVoter Survey में यह भी सवाल किया गया कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर सबसे ज्यादा नुकसान किसको होगा? इस सवाल के जवाब में 61 फीसदी लोगों ने माना कि सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को होगा। जबकि 39 प्रतिशत लोगों का मानना है कि कांग्रेस को होगा।
बता दें, हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों से कुछ ही दिन पहले ही राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने को लेकर सोमवार (31 अक्टूबर, 2022) को प्रदेश उपाध्यक्ष सहित अपने पांच बागी नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया।
निलंबित किए गए बीजेपी नेताओं में पूर्व विधायक तेजवंत सिंह नेगी (किन्नौर), मनोहर धीमन (इंदोरा), किशोरी लाल (अन्नी), के एल ठाकुर (नालागढ़) और पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष कृपाल परमार शामिल हैं। भारतीय जनता पार्टी द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद यह सभी बीजेपी के यह सभी नेता अपनी-अपनी सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
हिमाचल में 12 नवंबर को डाले जाएंगे वोट, 8 दिसंबर को वोटों की गिनती
भारतीय जनता पार्टी के बयान में कहा गया कि भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने को लेकर कार्यकर्ताओं को छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी कआ नेताओं ने घोषणा की थी कि वह 12 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। बता दें, हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वहीं 8 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी।
