हरियणा की 90 सीटों पर एक चरण में 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी और नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे। पिछले चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। पिछले चुनाव में बीजेपी ने जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। बीजेपी ने इस बार हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) के साथ गठबंधन किया है जबकि कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ रही है। बसपा-इनेलो और जेजेपी-आजाद समाज पार्टी का गठबंधन भी चुनाव मैदान में है। 10 लोकसभा सीटों वाले हरियाणा में लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को 5-5 सीटें मिली थी। बीजेपी ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को ही सीएम का चेहरा बनाया है जबकि कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रही है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव का मौजूदा सत्र तीन नवंबर 2024 को समाप्त होगा। राज्य में विधानसभा की 90 सीटों के लिए एक अक्टूबर 2024 को वोट डाले जाएंगे। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 17 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, हरियाणा में जनरल वोटर्स की संख्या- 2,01,90,184 है। यहां सर्विस वोटर्स- 1,10,071 हैं। इस प्रकार राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या- 2,03,00,255 है।
राज्य में 18 से 19 साल (फर्स्ट टाइम वोटर्स) के 4,70,460 वोटर्स हैं। राज्य में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या- 1,49,239 है जबकि 455 थर्ड जेंडर वोटर्स हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, हरियाणा में 2,46,207 ऐसे मतदाता हैं, जिनकी उम्र 85+ है।
हरियाणा में इस बार 20,629 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। साल 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में 19,442 पोलिंग बूथ बनाए गए थे।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन फाइल करने की आखिरी तारीख 12 सितंबर 2024 है। 13 सितंबर को स्क्रूटनी की जाएगी। इसके बाद वैध प्रत्याशियों में से जो उम्मीदवारी वापस लेना चाहेंगे, वो 16 सितंबर तक अपनी नॉमिनेशन वापस ले सकते हैं। राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों पर 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे और चार अक्टूबर हरियाणा विधानसभा का परिणाम घोषित किया जाएगा।
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस प्रमुख दल हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में मुख्य मुकाबला इन दोनों दलों के बीच ही बताया जा रहा है। इसके अलावा राज्य में जननायक जनता पार्टी, इंडियन नेशनल लोकदल, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी, आजाद समाज पार्टी सहित कई अन्य दल भी चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए इनेलो – बीसएपी और जेजेपी – असपा ने गठबंधन किया है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन उसे स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। 2019 में हरियाणा में बीजेपी ने 36.7% वोटों के साथ 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस 28.2% वोटों और 31 विधानसभा सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। राज्य में 14.9% वोटों के साथ जेजेपी 10 विधानसभा सीटें जीतने में सफल रही थी। राज्य में सात निर्दलीय प्रत्याशी भी जीतने में सफल रहे थे जबकि हलोपा और इनेलो को एक-एक सीट हासिल हुई थी।
इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव 2014 में बीजेपी ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बहुमत की सरकार बनाई। राज्य में इनेलो को 19 और कांग्रेस को 15 सीटों पर जीत हासिल हुई। तब हरियाणा जनहित कांग्रेस ने दो, निर्दलीय प्रत्याशियों ने पांच और अन्य दलों ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी।