गुजरात के सुरेंद्रनगर में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि विपक्षी दल कांग्रेस चुनावों में विकास की बात ना करके उन्हें ‘औकात’ दिखा देने की बात कर रही है।
प्रधानमंत्री ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘कुछ लोग सत्ता में लौटने के लिए पैदल यात्रा कर रहे हैं। वे ऐसे लोगों को साथ लेकर चल रहे हैं जिन्होंने कानूनी याचिकाओं के माध्यम से नर्मदा बांध परियोजना को रोकने का काम किया और 40 वर्ष तक गुजरात को प्यासा रखा। इस चुनाव में गुजरात की जनता पदयात्रा करने वालों को सबक सिखाकर रहेगा। जनता उन्हें भी सबक सिखाएगी जिन्होंने नर्मदा परियोजना का विरोध किया था।’ प्रधानमंत्री का इशारा नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता रही मेधा पाटकर की ओर था।
पाटकर हाल में राहुल गांधी की अगुवाई में जारी भारत बचाओ यात्रा में शामिल हुई थीं। राहुल गांधी पर एक और तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो पदयात्रा पर निकले हैं उन्हें मूंगफली और बिनौला (कपास के बीज) फसलों का फर्क नहीं पता है। मोदी ने कहा कि कुछ लोग गुजरात में निर्मित ‘नमक’ खाकर भी गुजरात को गाली देते हैं। उन्होंने कहा कि देश के कुल नमक उत्पादन का 80 फीसद हिस्सा गुजरात में होता है लेकिन कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने कभी नमक उत्पादन करने वालों की ओर ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने कहा, कांग्रेस अब चुनाव में विकास की बात नहीं करती है। इसकी जगह कांग्रेस के नेता मुझे औकात दिखाने की बात करते हैं। उनका घमंड देखिए। निश्चित तौर पर वे एक शाही परिवार से हैं जबकि मैं जन सेवक हूं। मेरी कोई औकात नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा, पहले भी कांग्रेस ने मेरे लिए ‘मौत का सौदागर’, ‘नीच आदमी’ और ‘नाली का कीड़ा’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है। मैं आपसे (कांग्रेस) अनुरोध करता हूं कि औकात की बात करने की जगह आप लोग विकास की बात करें।
मोदी ने कहा कि वह ऐसी चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं क्योंकि उनका ध्यान भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में केंद्रित है। गुजरात की 182-सदस्यीय विधानसभा के लिए राज्य में दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को मतदान होने हैं।
प्रधानमंत्री आज 71,000 युवाओं को सौंपेंगे नियुक्ति पत्र
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान ‘रोजगार मेला’ के तहत मंगलवार को 71,000 के करीब युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
पीएमओ ने कहा कि ‘रोजगार मेला’ युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की दिशा में प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। बयान में कहा गया कि ‘रोजगार मेला’ रोजगार सृजन में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में सीधी भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री ने इससे पहले अक्तूबर महीने में ‘रोजगार मेला’ की शुरुआत की थी। उन्होंने एक समारोह में 75,000 नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपे थे। पीएमओ ने कहा कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश को छोड़कर देश के 45 स्थानों पर नियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे। पिछली बार जिन श्रेणियों में युवाओं को नियुक्ति दी गई थी, उनके अतिरिक्त इस बार शिक्षक, व्याख्याता, नर्स, नर्सिंग अधिकारी, चिकित्सक, फार्मासिस्ट, रेडियाग्राफर और अन्य तकनीकि और पैरा मेडिकल पदों पर भी नियुक्ति की जाएगी।
पीएमओ ने बताया कि इस बार अच्छी खासी संख्या में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा विभिन्न केंद्रीय बलों में भी युवाओं को नियुक्ति दी गई है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नवनियुक्त कर्मियों के लिए आयोजित किए जाने वाले आनलाइन ओरिएंटेशन कोर्स ‘कर्मयोगी प्रारंभ’ की भी शुरुआत करेंगे। इसमें सरकारी कर्मचारियों के लिए आचार संहिता, कार्यस्थल नैतिकता और ईमानदारी, मानव संसाधन नीतियां और अन्य लाभ व भत्ते से संबंधित जानकारियां शामिल होंगी, जो उन्हें नीतियों के अनुकूल तथा नयी भूमिका में आसानी से ढल जाने में मदद करेंगी।
पीएमओ ने कहा कि नवनियुक्त कर्मियों को अपने ज्ञान, कौशल और दक्षताओं को विकसित करने के लिए डिजिटल मंच पर अन्य पाठ्यक्रमों का पता लगाने का अवसर भी मिलेगा और इसके लिये एक वेब पोर्टल विकसित किया गया है।