मोदी गुजरात में अहमदाबाद जिले के बावला गांव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के लिए एक प्रचार रैली में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, महात्मा गांधी कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। लेकिन कांग्रेस नेताओं ने ऐसे गांधीवादी मूल्यों का पालन करने की कभी परवाह नहीं की। उन्होंने वास्तव में उस आत्मा को कुचल दिया। गांवों की उपेक्षा की गई और उनकी वास्तविक क्षमता को कभी समझा नहीं गया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गांवों और शहरों के बीच की खाई कांग्रेस सरकारों के तहत ही चौड़ी हुई, जिसने दोनों के बीच संघर्ष का लाभ भी लिया। उन्होंने दावा किया, आज हर कोई गुजरात की पंचायती राज व्यवस्था की सराहना करता है। लेकिन कांग्रेस के शासन के दौरान उस विभाग का बजट सिर्फ 100 करोड़ रुपए था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा ने गांवों में बिजली और नल के पानी जैसी सुविधाएं मुहैया कराने पर ध्यान केंद्रित किया ताकि लोगों को ऐसी सुविधाओं के अभाव में शहरों की ओर पलायन न करना पड़े। इससे पहले बनासकांठा जिले के पालनपुर में आयोजित एक चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुजरात का आगामी विधानसभा चुनाव ना तो विधायक और ना ही सरकार चुनने को लेकर है बल्कि यह अगले 25 सालों के लिए राज्य की किस्मत तय करने को लेकर है।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र और गुजरात की सरकारों ने राज्य में विकास के बहुत सारे काम किए हैं लेकिन अब समय लंबी छलांग लगाने का है। मोदी ने कहा, ह्ययह चुनाव इसके लिए नहीं है कि कौन विधायक बनेगा और किसकी सरकार बनेगी। यह चुनाव कुल मिलाकर अगले 25 सालों के लिए गुजरात का भविष्य तय करने को लेकर है।ह्ण

प्रधानमंत्री के रैली स्थल के पास कैमरा लगा ड्रोन, तीन गिरफ्तार

नई दिल्ली : गुजरात के अहमदाबाद जिले के बावला गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रैली स्थल के पास कथित रूप से कैमरा लगा ड्रोन उड़ाने के मामले में गुरुवार को तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी।मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के तहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के लिए एक रैली को संबोधित किया।

जलाधिकारी ने सुरक्षा कारणों से रैली स्थल के पास ड्रोन की उड़ान पर रोक लगा रखी थी। पुलिस निरीक्षक भरत पटेल ने बताया कि पुलिस ने रैली से पहले कुछ लोगों को रिमोट से संचालित ड्रोन का इस्तेमाल कर भीड़ की तस्वीर लेते हुए देखा। उन्होंने कहा, ह्यये तीन स्थानीय लोग अपने निजी मकसद से भीड़ की तस्वीरें खींच रहे थे। हमने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (सरकारी आदेश की अवहेलना) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।