गोवा में चुने हुए विधायकों ने जनादेश का ऐसा अपमान किया है जो देश के किसी भी अन्य राज्य में नहीं हुआ है। चुनाव व्यवस्था और नेताओं पर नजर रखने वाली एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच साल में करीब 24 विधायकों ने पार्टी बदल ली जो 40 सदस्यीय विधानसभा का 60 प्रतिशत है।
एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान विधानसभा के पांच साल के कार्यकाल में करीब 40 में से 24 विधायकों ने अपनी पार्टियां बदली है। ऐसा भारत में कहीं और कभी नहीं हुआ है। यह जनता के द्वारा दिए गए स्पष्ट जनादेश के बिल्कुल उलट है। नेताओं ने राजनीति के नैतिकता और अनुशासन का भी उल्लंघन किया है।
एडीआर ने अपनी रिपोर्ट ने उन नेताओं का नाम शामिल नहीं किया है जिन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी से इस्तीफा दे दिया और भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े। इन नेताओं में भाजपा के मौजूदा विधायक विश्वजीत राणे, सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपते शामिल हैं। बता दें कि सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपते ने पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए। बाद में वे दोनों फिर से विधायक चुने गए।
बता दें कि 2017 में कांग्रेस ने करीब 17 सीटें जीती लेकिन आज विधानसभा में 100 साल से भी अधिक पुरानी पार्टी के सिर्फ दो सदस्य हैं। 2019 में कांग्रेस को भयंकर झटका लगा था और करीब 10 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। इनमें तत्कालीन विपक्षी नेता चंद्रकांत कावलेकर, जेनिफर मोनसेरेट, फ्रांसिस्को सिल्वरिया, फिलिप नेरी रोड्रिग्स, विल्फ्रेड नाज़रेथ मेनिनो, क्लैफसियो डायस, एंटोनियो कारानो फर्नांडीस, नीलकंठ हलारंकर, इसिडोर फर्नांडीस, अतानासियो मोनसेरेट शामिल थे।
बाद में कांग्रेस विधायक रवि नायक भी भाजपा में शामिल हो गए। वहीं कांग्रेस नेता और विधायक लुइज़िन्हो फलेरियो टीएमसी में शामिल हो गए। कांग्रेस विधायक एलेक्सो रेजिनाल्डो लौरेंको ने कांग्रेस का साथ छोड़ टीएमसी का दामन थाम लिया।
इसके अलावा गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक जयेश सालगांवकर, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के विधायक दीपक पौस्कर और मनोहर अजगांवकर भी भाजपा में शामिल हो गए। इसके अलावा निर्दलीय विधायक रोहन खुंटे और गोविंद गौडे भी भाजपा में शामिल हो गए। एक अन्य निर्दलीय विधायक प्रसाद गांवकर कांग्रेस में शामिल हो गए।
हालांकि कुछ भाजपा विधायक ने भी पार्टी छोड़ी। इनमें एमजीपी में गए प्रवीण ज़ांटे, कांग्रेस में गए माइकल लोबो, जोस लुइस कार्लोस अल्मीडा शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा विधायक अलीना सलदान्हा आप में शामिल हो गई। वर्तमान में विधानसभा में कांग्रेस के पास सिर्फ दो विधायक हैं जबकि भाजपा के पास 27 विधायक हैं।