Election Commission Assembly Election Dates : चुनाव आयोग पांच राज्यों के चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव की तारीखों के साथ इन सभी राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। चुनाव आयोग ने बताया कि मिजोरम में सबसे पहले 7 नवंबर को मतदान होगा। छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान करवाया जाएगा। यहां 7 और 17 नवंबर को वोटिंग करवाई जाएगा। तेलंगाना में 30 नवंबर, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर और राजस्थान में 23 नवंबर को मतदान करवाया जाएगा। पांचों राज्यों के चुनाव परिणाम एक साथ 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग द्वारा चुनावी कार्यक्रम के ऐलान के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हम पांचों राज्यों में सरकार बनाएंगे जबकि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा होने के साथ ही BJP और उसके साथियों की विदाई का भी उद्घोष हो गया है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने पांचों राज्यों में कांग्रेस की जीत का दावा किया।
देश और दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ें Jansatta.com
तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान सत्ता विरोधी लहर से जूझना पड़ सकता है जबकि नए रूप और आत्मविश्वास में नजर आ रही कांग्रेस और आक्रामक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उसे चुनौती देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। बीआरएस निवेश और कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में अपने ट्रैक रिकॉर्ड पर सवार होकर चुनावी जीत की हैट्रिक लगाना चाहेगी। पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नाम से जानी जाने वाली मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस को साल 2014 (अविभाजित आंध्र प्रदेश में) और फिर 2018 में हुए चुनाव में जीत हासिल हुई थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 10 अक्टूबर को आदिलाबाद में एक जनसभा और हैदराबाद में बुद्धिजीवियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव जी. प्रमेंद्र रेड्डी ने रविवार रात को एक विज्ञप्ति में कहा कि शाह दोपहर एक बजे रैली को संबोधित करेंगे और शाम में बुद्धिजीवियों के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। तेलंगाना में भाजपा को उम्मीद है कि शाह की इस यात्रा से 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उसके अभियान को गति मिलेगी।
राजस्थान में पिछले लगभग तीन दशक से हर विधानसभा चुनाव में 'सरकार' बदलने की 'परिपाटी' है और यहां एक बार फिर सत्तारूढ़ कांग्रेस व विपक्षी BJP के बीच सीधा मुकाबला रहने की संभावना है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पिछले महीने कहा था कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव में मुकाबला "बहुत करीबी" रहेगा। यह कहते हुए उन्होंने एक तरह से संकेत दिया कि वह राजस्थान में अपनी पार्टी के दोबारा सरकार बनाने को लेकर अन्य राज्यों की तुलना में अधिक आश्वस्त नहीं हैं। राज्य की 'परिपाटी' को देखते हुए हो सकता है कि कांग्रेस नेता का यह आकलन सही साबित हो। राज्य में 1993 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद का इतिहास कहता है कि उसके बाद हर विधानसभा चुनाव में एक बार कांग्रेस तो एक बार भाजपा को सत्ता की बागडोर मिलती रही है। यानी कोई भी पार्टी लगातार दो बार सरकार नहीं बना पाई। इस 'परिपाटी' के लिहाज से इस बार सत्ता में आने की 'बारी' भाजपा की है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मुफ्त में चीजें देने की घोषणाओं में हमेशा लोकलुभावनवाद का 'तड़का' होता है और जनता को यह जानने का अधिकार है कि मुफ्त वस्तुएं कहां से आएंगी। मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए एक चरण में क्रमश: 17 नवंबर, 23 नवंबर, 30 नवंबर तथा सात नवंबर को मतदान होगा, जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में सात एवं 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इन पांचों राज्यों में तीन दिसंबर को मतगणना होगी।
चुनाव आयोग ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए चुनाव "उचित समय" पर कराए जाएंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव तब होंगे जब सुरक्षा स्थिति और इस केंद्र शासित प्रदेश में होने वाले अन्य चुनावों को ध्यान में रखते हुए आयोग "उचित समय" समझेगा।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने X पर पोस्ट किया, "5 राज्यों के चुनावों की घोषणा के साथ ही भाजपा और उसके साथियों की विदाई का भी उद्घोष हो गया है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में कांग्रेस पार्टी मज़बूती के साथ जनता के पास जाएगी। जन-कल्याण, सामाजिक न्याय और प्रगतिशील विकास ही कांग्रेस पार्टी की गारन्टी है।"
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हम चुनाव के लिए तैयार हैं। राजस्थान के लोगों ने ठान लिया है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार रिपीट करेगी।
चुनाव आयोग द्वारा तारीखों के ऐलान किए जाने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, "चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनावों की घोषणा का स्वागत करता हूं। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा भारी बहुमत से सभी राज्यों में सरकार बनाएगी और आगामी 5 वर्षों के लिए जन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कटिबद्ध भाव से काम करेगी।"
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "राजस्थान में 23 नवंबर को चुनाव हैं। हम राजस्थान में अपने 3 उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर चुके हैं और जल्द ही तेलंगाना के लिए भी घोषणा करेंगे। हमारी पार्टी चुनाव के लिए तैयार है... मुझे यकीन है कि तेलंगाना के लोग हमारे उम्मीदवारों का पक्ष लेंगे... हम यह सुनिश्चित करेंगे कि चुनाव की भावना के अनुरूप शांतिपूर्ण चुनाव हो... हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं।''
चुनाव आयोग ने बताया कि जिन 5 राज्यों में मतदान होने जा रहा है, वहां कुल 679 विधानसभा क्षेत्र हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इन राज्यों में 16.14 करोड़ मतदाता हैं जिनमें करीब 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता और 7.8 करोड़ महिला मतदाता हैं। इन पांच राज्यों में 60 लाख से अधिक मतदाता 18 से 19 साल के आयु वर्ग के हैं जो पहली बार मतदान करेंगे।मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर को खत्म होगा। इस पूर्वोत्तर राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता में है। तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी में अलग-अलग तारीखों पर खत्म होगा। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है।
राज्य की 200 विधानसभा सीटों में 34 अनुसूचित जाति, 25 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, वहीं 141 सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं। राज्य का पिछला विधानसभा चुनाव 2018 में हुआ था। राज्य की 200 विधानसभा सीटों के लिए कुल 2294 उम्मीदवार अंतत: मैदान में थे जिनमें 2105 पुरुष व 189 महिलाओं ने चुनाव लड़ा। 200 में से 199 सीटों के लिए सात दिसंबर को कुल 74.21 फीसदी मतदान हुआ। वोटों की गिनती 11 दिसंबर 2018 को हुई। इसमें कांग्रेस को 99 व भाजपा को 73 सीटें मिलीं।
राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों के लिए 23 नवंबर को होने वाले मतदान में सवा पांच करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। राज्य की सभी 200 विधानसभा सीटों के लिए 23 नवंबर को मतदान होगा जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। चार अक्टूबर को जारी आंकड़ों के अनुसार मतदाता सूचियों के अन्तिम प्रकाशन तक राज्य में कुल 5 करोड़ 26 लाख 80,545 मतदाता हैं। इनमें से 2 करोड़ 73 लाख 58 हजार 627 पुरूष एवं 2 करोड़ 51 लाख 79 हजार 422 महिला मतदाता शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य में 4 करोड़ 77 लाख 89 हजार मतदाता थे। इनमें 2 करोड़ 49 लाख 61 हजार महिलाएं और 2 करोड़ 28 लाख 27 हजार महिला मतदाता थीं।
पांचों राज्यों- एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के चुनावी नतीजे एक साथ 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
मिजोरम में 7 नवंबर को वोटिंग
छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग
तेलंगाना में 30 नंवबर को वोटिंग
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग
राजस्थान में 23 नवंबर को वोटिंग
मिजोरम में 7 नवंबर को चुनाव
मिजोरम में पुरुष मतदाता- 4.13 लाख, महिला मतदाता- 4.39 लाख
तेलंगाना में पुरुष मतदाता- 1.58 करोड़, महिला मतदाता- 1.58 करोड़
छत्तीसगढ़ में पुरुष मतदाता- 1.01 करोड़, महिला मतदाता- 1.02 करोड़
राजस्थान में पुरुष मतदाता- 2.73 करोड़, महिला मतदता- 2.52 करोड़
मध्य प्रदेश में पुरुष मतदाता- 2.88 करोड़, महिला मतदाता- 2.72 करोड़
5 राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने इन राज्यों में होने वाले संग्राम की तारीखों के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी दीं। चुनाव आयोग ने बताया कि इन 5 राज्यों में पुरुष मतदाताओं की संख्या 8.2 करोड़, महिला मतदाताओं की संख्या 7.8 करोड़ और पहली बार वोट डालने वालों की संख्या 60.2 लाख करोड़ है।
चुनाव आयोग ने बताया कि जिन 5 राज्यों में मतदान होगा, उनमें कुल 8.2 करोड़ पुरुष वोटर मतदान करेंगे।
60 लाख से ज्यादा वोटर पहली बार करेंगे मतदान- CEC
5 चुनावी राज्यों में 7.8 करोड़ महिला मतदाता- CEC
छत्तीसगढ़ में कई इलाके अति संवेदनशील हैं और इसी कारण यहां दो चरणों में चुनाव हो सकता है। पिछली बार भी दो चरणों में चुनाव हुए थे।
तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की विधानसभाओं का कार्यकाल जनवरी 2024 में खत्म हो रहा है। तो वहीं मिजोरम की विधानसभा का कार्यकाल इस साल 17 दिसंबर को खत्म हो रहा है।
थोड़ी देर में चुनाव आयोग पांच राज्यों के चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा। राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जैसे ही तारीखों का ऐलान होगा तुरंत इन राज्यों में आचार संहिता लागू हो जाएगी। तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की विधानसभाओं का कार्यकाल जनवरी 2024 में खत्म हो रहा है।