एक तरफ मध्य प्रदेश में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस अपनी पुरानी समस्या से निजात पाने में विफल दिख रही है। प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी जमकर हावी दिख रही है। हालात यह है कि पार्टी के 10 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक अलग कमरा तक नहीं आवंटित हुआ। उल्लेखनीय है कि टिकट वितरण तक आते-आते हर बार कांग्रेस में इसी तरह की समस्याएं जोर पकड़ लेती हैं।
दूसरों के कमरे काम चला रहे दिग्विजय
प्राप्त जानकारी के मुताबिक फिलहाल दिग्विजय सिंह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के कमरे से ही अपना काम कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 15 साल बाद प्रदेश की राजनीति में सक्रिय दिख रहे दिग्विजय को इस चुनाव में समन्वय समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। उनका काम पार्टी से नाराज नेताओं को मनाना है।
…और यूं हंसकर टाल गए दिग्विजय
कमरा ना मिलने को लेकर जब दिग्विजय से सवाल पूछा गया तो वे हंस दिए और बोले, ‘दिग्विजय तो बंजारा है, जहां जगह मिल गई वहीं चल देता है।’ दिग्विजय भले ही हंस कर टाल गए लेकिन विपक्ष ने इस मुद्दे पर करारा तंज कसा है। प्रदेश भाजपा के एक प्रवक्ता ने कहा कि अब कांग्रेस में दिग्विजय का इतना ही सम्मान है कि उन्हें दूसरे के कमरे में बिठाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि टिकट वितरण में जरूर दिग्विजय का खेमा हावी रहा है लेकिन पार्टी ने उन्हें चुनाव प्रचार से दूर ही रखा है।