भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में धमाकेदार जीत दर्ज की और 37 सालों में पहली बार सूबे में कोई पार्टी दोबारा सरकार बनाने जा रही है। भाजपा ने कई जिलों में क्लीन स्वीप किया है। हालांकि, कुछ जिलों में भाजपा को तगड़े झटके भी लगे हैं। पूर्वांचल में एक तरफ, बसपा की जमीन दरकने लगी है। दूसरी ओर, भाजपा को समाजवादी पार्टी ने जबरदस्त झटके दिए। गाजीपुर और आजमगढ़ की सभी सीटों पर सपा गठबंधन ने कब्जा कर लिया।
आजमगढ़ जिले की सभी 10 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी ने कब्जा कर लिया। आजमगढ़ सदर से सपा के दुर्गा प्रसाद ने जीत हासिल की। अतरौलिया से संग्राम यादव ने जीत दर्ज की। गोपालपुर से नफीस अहमद ने चुनाव जीता, सगड़ी से एचएन सिंह पटेल, निजामाबाद सीट से आलम, मुबारकपुर सीट से अखिलेश यादव ने जीत दर्ज की।
वहीं, मेहनगर सीट पर समाजवादी पार्टी पूजा ने जीत दर्ज की। लालगंज से सपा के बचई ने जीत दर्ज की तो, दीदारगंज सीट पर सपा के कमलाकांत ने कब्जा जमाया। फूलपुर पवई सीट पर सपा के रमाकांत ने चुनाव जीता। इसी तरह, गाजीपुर की सभी सात सीटों पर समाजवादी पार्टी गठबंधन का कब्जा रहा।
गाजीपुर में भी सपा गठबंधन ने किया क्लीन स्वीप
जहूरादाबाद से सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने जीत हासिल की। जखनियां से सुभासपा के बेदी राम ने चुनाव जीता। जमानियां से सपा के ओमप्रकाश सिंह ने चुनाव जीता, मुहम्मदाबाद से सपा के सुहेब अंसारी ने जीत हासिल की। जंगीपुर से सपा के डा. वीरेंद्र यादव, सैदपुर से सपा के अंकित भारती ने चुनाव जीता। सदर सीट पर राज्यमंत्री संगीता बलवंत भी अपना चुनाव हार गईं।
बलिया में भी भाजपा को 2017 चुनावों के मुकाबले 2022 के विधानसभा चुनावों में नुकसान उठाना पड़ा जब दो मंत्री अपना-अपना चुनाव हार गए। मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को बैरिया में सपा के जेपी अंचल के सामने हार का सामना करना पड़ा। वहीं, मंत्री उपेंद्र तिवारी को फेफना में सपा के संग्राम सिंह यादव के सामने हार का सामना करना पड़ा। सिकंदरपुर में जियायुद्दीन रिजवी ने भाजपा के संजय यादव को हराया। बेल्थरा में सुभासपा के हंसू राम ने भाजपा के छठू राम को हराया।
बलिया में भाजपा के खाते में दो सीटें
बलिया में भाजपा को दो सीटों पर जीत मिली। बासंडीह विधानसभा सीट पर केतकी सिंह ने सपा के दिग्गज नेता रामगोविंद चौधरी को हराया। वहीं, दयाशंकर सिंह ने बलिया सदर सीट पर सपा के पूर्व मंत्री नारद राय को पटखनी दी। बसपा के खाते में एक मात्र सीट रसड़ा आई जहां से उमाशंकर सिंह ने एसबीएसपी के महेंद्र को हराया।