Election Results 2019: उत्तर प्रदेश के अमेठी में बदमाशों ने बीजेपी की नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के करीबी माने जाने वाले सुरेंद्र सिंह की हत्या कर दी। बीजेपी सांसद ने उनके पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया।
रविवार को उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के बाद स्मृति ईरानी ने कहा कि ‘वह 1997 से पार्टी से जुड़े थे और जमीनी कार्यकर्ता थे। पार्टी की जीत के बाद उनकी हत्या को अंजाम दिया गया। इस दुख की घड़ी में पूरी भारतीय जनता पार्टी और सभी कार्यकर्ता उनके परिवार के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। उनपर जिसने भी गोली चलाई उसे मृत्युदंड मिलना चाहिए। हम न्याय पाने के लिए अगर जरुरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। यह पूरी घटना अमेठी को आतंकित करने के लिए थी।
गांव में जूते बांटने से विवादों में आए
लोकसभा चुनाव दौरान जूता वितरण प्रकरण की वजह से सुरेंद्र सिंह चर्चा में आए थे। बताया जाता है कि आस-पास के गांवों में उनकी अच्छी पकड़ थी। बरौलिया में उन्होंने जूते बंटवाए थे। जिसके बाद प्रियंका गांधी ने इसे अमेठी की जनता का अपमान करार दिया था। उन्होंने एक जनसभा के दौरान कहा था कि अमेठी की जनता को किसी की भीख नहीं चाहिए। हालांकि स्मृति ईरानी ने इन आरोपों को नकार दिया था।
मनोहर पर्रिकर ने उनके गांव को लिया था गोद
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने सांसद रहते हुए सुरेंद्र सिंह के गांव बरौलिया को गोद लिया था। वह बरौलिया के प्रधान थे। वह चुनाव प्रचार के दौरान स्मृति ईरानी के ईर्द-गिर्द ही रहते थे। परिवार का कहना है कि वह बीजेपी प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। परिवार ने आरोप लगाय कि जब बीजेपी की जीत की खुशी में एक यात्रा निकाली गई तो यह बात कांग्रेसियों को पसंद नहीं आई और सुरेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि यह हत्या राजनीतिक रंजिश है या फिर आपसी रंजिश।

