चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में नतीजों की घड़ी आ गई है। जनता का जनादेश ईवीएम में कैद है और वो मतपेटियां अब खुलने जा रही हैं। राजस्थान में रिवाज रहेगा या इतिहास रचेगा, एमपी में कमलनाथ मिलेगा या शिवराज रहेगा, छत्तीसगढ़ में बघेल की वापसी या बीजेपी की जीत और तेलंगाना में केसीआर की हैट्रिक या कांग्रेस की आंधी, तमाम सवालों के जवाब कुछ ही घंटों में देश की जनता के सामने आने वाले हैं।

राजस्थान में क्या है स्थिति?

राजस्थान के चुनाव में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच में कांटे का मुकाबला देखने को मिला है। एक तरफ बीजेपी को रिवाज पर पूरा भरोसा है तो कांग्रेस इतिहास रचने के लिए आतुर दिख रही है। इस चुनाव में बीजेपी ने अगर राष्ट्रीय मुद्दे और पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे के सारे जीत की कवायद की है तो कांग्रेस ने भी अपनी सात चुनावी गारंटियां और लोकल लीडरशिप के दम पर फिर सत्ता हासिल करने का दम भरा है।

इस चुनाव में बीजेपी के लिए सबसे बड़े मुद्दे कानून व्यवस्था, पेपर लीक, भ्रष्टाचार रहे हैं। वहीं कांग्रेस की बात करें तो उसने अपनी उपलब्धि, गहलोत की लोकप्रियता और अपने घोषणा पत्र पर भरोसा जताया है। राजस्थान का ये रिवाज रहा है कि यहां पर हर पांच साल में सत्ता बदल जाती है, लेकिन इस बार के एग्जिट पोल अनुमानों ने सभी को हैरान कर दिया है। अगर एग्जिट ही एग्जैक्ट पोल साबित हो जाते हैं तो उस स्थिति में मुकाबला काफी कड़ा बन जाएगा।

राजस्थान के एग्जिट पोल की बात करें तो सभी के अपने अनुमान है। टोटल के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी के खाते में राजस्थान में 115 सीटें जा सकती हैं, वहीं कांग्रेस को 71 सीटों से संतुष्ट करना पड़ सकता है। अब टोटल ने अगर बीजेपी की सरकार बनाई है तो एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल ने सभी को हैरान कर दिया है। ये अभी तक का इकलौता वो पोल है जिसने कांग्रेस को राजस्थान में आगे बता दिया है। इस चुनाव में बीजेपी को 80 से 100 सीटें मिल सकती हैं, वहीं कांग्रेस के खाते में 86 से 106 सीटें जा सकती हैं।

मध्य प्रदेश में क्या स्थिति?

मध्य प्रदेश का चुनाव इस बार काफी दिलचस्प रहा है। बीजेपी ने इस चुनाव में सात सांसदों को चुनावी मैदान में उतारकर एक बड़ा दांव चला। इसी तरह कांग्रेस ने भी सॉफ्ट हिंदुत्व पर चलते हुए बीजेपी को उसी की पिच पर हराने की तैयारी की। इस राज्यों में दोनों कांग्रेस और बीजेपी के बीच वादों की टक्कर देखने को मिली है। अगर शिवराज की लाडली योजना महिलाओं के बीच लोकप्रिय हुआ है तो कांग्रेस ने भी किसानों की फिर कर्ज माफी का वादा किया है।

राज्य की सियासत में इस बार ओबीसी पॉलिटिक्स भी जोर पकड़ती दिखी है। जातीय जनगणना का मुद्दा राहुल ने जितनी प्रमुखता से चुनाव के दौरान उठाया है, उतना किसी दूसरे नेता ने जहमत नहीं दिखाई। ऐसे में कुछ जगहों पर इस दांव का भी असर रहा है। खुद कमलनाथ की तरफ से तो ये भी नेरेटिव सेट करने की कोशिश रही है कि उनकी सरकार को धोखे से हटाकर शिवराज फिर सीएम बने। ऐसे में इस बार वादों के साथ-साथ एमपी में आरोपों की भी लड़ाई देखने को मिल रही है। इस लड़ाई के बीच जो एग्जिट पोल के अनुमान आए हैं, वो जरूर हैरान करने वाले हैं।

इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, मध्य प्रदेश में बीजेपी को 140-160 सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं, जबकि कांग्रेस को 68-90 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। टुडेज चाणक्या का एग्जिट पोल भी मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनवा रहा है। इसके पोल के मुताबिक, बीजेपी को 151 (+-12), कांग्रेस को 74 (+-12) को सीटें मिल सकती हैं, जबकि अन्य के खाते में 5 (+-4) सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।

छत्तीसगढ़ में क्या स्थिति?

छत्तीसगढ़ चुनाव में इस बार कांग्रेस एक बार फिर सत्ता पर काबिज होने के लिए मैदान में उतरी है। बीजेपी को फिर वापसी करनी है, ऐसे में उसने भी सारे समीकरण साध रखे हैं। राज्य की ज्यादातर सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर है। दोनों पार्टी ने हर क्षेत्र में अपने प्रत्याशी उतारे हैं। कांग्रेस को सत्ता में फिर से वापसी की उम्मीद है तो बीजेपी सत्ता पाने को बेकरार है। वहीं सीएम भूपेश बघेल पाटन सीट से प्रत्याशी हैं। उनके सामने बीजेपी ने दुर्ग से सांसद और रिश्ते में सीएम के भतीजे विजय बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है।

एग्जिट पोल की बात करें तो एक्सिस माइ इंडिया के मुताबिक इस चुनाव में बीजेपी को 36-46 सीटें और कांग्रेस को 40-50 सीटें मिल सकती हैं। इसी तरह टुडेज चाणक्य की बात करें तो बीजेपी को 33 सीटें और कांग्रेस को 57 सीटें मिलने का अनुमान है। वैसे 2018 के विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में बीजेपी को 15 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि कांग्रेस ने बंपर 68 सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस पार्टी की प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनी थी। वहीं पर अन्य दलों को 5 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। छत्तीसगढ़ में लगातार 15 साल से बीजेपी शासन कर रही थी और उसका किला ढहा था।

तेलंगाना में क्या स्थिति?

तेलंगाना चुनाव में इस बार मुकाबला काफी कड़ा माना जा रहा है। कांग्रेस को लेकर जानकार कह रहे हैं कि पार्टी जोरदार प्रदर्शन कर सकती है। जब से पार्टी ने ए रेवंत रेड्डी को अपना प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, राज्य में कांग्रेस का संगठन भी मजबूत हुआ है और इस बार वो टक्कर देने की स्थिति में भी दिख रही है। दूसरी तरफ जीत की हैट्रिक की उम्मीद लगाए बैठे केसीआर को अपना सबसे मुश्किल चुनाव लड़ना पड़ रहा है। कई विधायकों के खिलाफ जबरदस्त गुस्से ने भी चुनौती बढ़ाने का काम किया है।

एग्जिट पोल की बात करें तो न्यूज-24 टुडेज चाणक्या के एग्जिट पोल के अनुसार, तेलंगाना में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाती नजर आ रही है। यहां कांग्रेस को 71, बीआरएस को 33, बीजेपी को 7, अन्य के खाते में 8 सीटें, जबकि AIMIM को एक भी सीट नहीं मिल रही है। इसी तरह रिपब्लिक टीवी- मैट्राइज (Matrize) के एग्जिट पोल के मुताबिक, दक्षिण राज्य तेलंगाना में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 58-68 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं बीआरएस को 46-56, बीजेपी को 4-9, AIMIM को 5-7 से सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि अन्य के खाते में 0-1 सीट जाने की उम्मीद है।