आम आदमी पार्टी (AAP ) मंगलवार को दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली और पंजाब के लिए लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आप की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) की बैठक के बाद उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होने की संभावना है। पार्टी ने कहा कि पीएसी की बैठक मुख्य रूप से लोकसभा उम्मीदवारों के चयन पर केंद्रित होगी।
दिल्ली में AAP नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेगी। AAP और उसके सहयोगी दल कांग्रेस के बीच हाल ही में दिल्ली में सीट-बंटवारे पर समझौता हुआ। कांग्रेस सांसद मुकुल वासनिक ने दिल्ली में घोषणा की कि आप चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि कांग्रेस तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। हालांकि, दोनों पार्टी पंजाब में सीट-बंटवारे पर समझौता नहीं कर सकीं, जहां AAP ने पहले कहा था कि वह सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दिल्ली के अलावा आप और कांग्रेस ने हरियाणा, गुजरात, चंडीगढ़ और गोवा में भी सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया।
5 राज्यों में आप और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे की घोषणा
दिल्ली के अलावा आप और कांग्रेस ने हरियाणा, गुजरात, चंडीगढ़ और गोवा में भी सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया। दिल्ली की सीटों के लिए उम्मीदवारों का चयन AAP के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि भाजपा ने 2014 और 2019 के आम चुनावों में दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटें जीती थीं।
इससे पहले आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दिल्ली और गुजरात समेत 5 राज्यों में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे की शनिवार को आधिकारिक घोषणा हो गई थी। कांग्रेस और AAP ने दिल्ली, गुजरात, गोवा, चंडीगढ़ और हरियाणा में एक साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हालांकि, पंजाब में दोनों दल अलग-अलग ही चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने आप को हरियाणा में 1 और गुजरात में सिर्फ 2 सीटें देने का फैसला किया है। आप गुजरात की 26 में से सिर्फ 2 सीटों भरूच और भावनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगी।
ED के 7 समन के बाद भी नहीं पेश हुए केजरीवाल
वहीं, दूसरी ओर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली एक्साइज पॉलिसी संबंधी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्डरिंग मामले की जांच के सिलसिले में सोमवार को ईडी के सामने पेश नहीं हुए। केजरीवाल ने कहा कि अगर अदालत इस संबंध में आदेश देगी तो वह ईडी के समक्ष पेश होंगे। यह सातवीं बार है, जब केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय के समन पर एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए।
प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री को सातवां समन जारी कर उन्हें पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने पेश होने को कहा था। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आरोप लगाया कि ये समन उन्हें विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ छोड़ने के लिए दबाव डालने का एक औजार है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस और INDIA गठबंधन के दलों से नाता नहीं तोड़ेगी।