मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की 230 सीटों के लिए सभी पार्टियों ने अपनी अपनी कमर कस ली है। बता दें 28 नवंबर को प्रदेश में मतदान किया जाएगा और नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे। इस बार भी मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा। गौरतलब है कि 2013 विधानसभा चुनाव में 165 सीटों पर जीत के साथ भाजपा ने जीत दर्ज की थी। जहां कांग्रेस के हिस्से में महज 58 सीटें आईं थी।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ‘द हिंदू’ से हुई बातचीत में कई मुद्दों पर खुलकर बात की। बातचीत में दिग्विजय ने साफ कर दिया कि कांग्रेस की जीत के बाद भी वो सीएम नहीं बनेंगे और दूसरों को मौका देंगे। वहीं इस बार की चुनावी स्थिति और भाजपा संग टक्कर पर उन्होंने कहा कि ,’इस बार कांग्रेस के लिए एक मजबूत समर्थन है – 2013 या 2008 की तुलना में काफी बेहतर। कांग्रेस सत्ता में वापस आ रही है।’
भाजपा की मुख्य आलोचनाएं…
दिग्विजय ने प्रदेश सरकार को सबसे भ्रष्ट शासन बताया और कहा कि पूरा शासन भ्रष्ट हो चुका है। बिना सोचे समझे किसी की भी पोस्टिंग कर दी जाती है। भर्ती से लेकर, सरकारी खरीद, ई-निविदा, अनुबंधों का पुरस्कार और कुपोषित बच्चों के लिए पौष्टिक भोजन की आपूर्ति आदि, हर जगह से सिर्फ भ्रष्टाचार है। यहां तक की भाजपा ने जांच एजेंसियों से भी समझौता किया है।
हिंदुत्व के मुद्दे को उछालती है भाजपा…
दिग्विजय ने भाजपा का एकमात्र एजेंडा इस देश की राजनीति को सांप्रदायिक बनाना बताया और कहा- उनके लिए लोगों को गुमराह करने के लिए विकास और अन्य चीजें केवल कॉस्मेटिक हैं। जब भी वे चुनाव लड़ते हैं, वो हिंदू-मुस्लिम या भारत-पाकिस्तान की बातें करते हैं।
हिंदू-मुस्लिम एकता और सांप्रदायिक सद्भाव में विश्वास रखती है कांग्रेस…
महात्मा गांधी के भाषण को याद करते हुए दिग्विजय कांग्रेस को उदारवादी बताया, सांप्रदायिक नहीं। उन्होंने कहा- हम हिंदू-मुस्लिम एकता और सांप्रदायिक सद्भाव में विश्वास करते हैं। हम धर्म विरोधी नहीं हैं। हम धार्मिक लोग हैं, लेकिन हम अपने धर्म का चयन करने के लिए हर नागरिक के अधिकार का सम्मान करते हैं।
परेशान हैं किसान..
किसानों की समस्या की बात करते हुए दिग्विजय ने कहा कि महंगाई बढ़ी है, इनपुट लागत में वृद्धि हुई है लेकिन वस्तुओं की बिक्री कीमत कम हुई है। जैसे सोया बीन 3,500-4,500 रुपए क्विंटल में बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। अब यह 2,600-2,700 रुपए पर बेचा जा रहा है।