राष्ट्रीय राजधानी में नगर निगम चुनावों से पहले कांग्रेस ने दिल्ली को दुनिया का ‘सबसे साफ-सुथरा और सुंदर’ शहर बनाने की रूपरेखा पेश की है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा, ‘अगर पार्टी निकाय चुनावों में जीतती है तो वह दो वर्षों में नगर निगमों को आत्मनिर्भर बनाएगी और दिल्ली को दुनिया के सबसे साफ-सुथरे और सुंदर शहर के रूप में विकसित करेगी।’ उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव जीतने के बाद पार्टी की शीर्ष प्राथमिकता बकाया वेतन का भुगतान करना और अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करना होगा। बकाए में सफाई कर्मचारियों की 1,563 करोड़ रुपए की एरिअर राशि भी शामिल है। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘अगर तीनों नगर निगम दो वर्षों के भीतर आत्मनिर्भर नहीं बनते हैं तो यह रूपरेखा सपना बनकर ही रह जाएगी।’
पूर्व पर्यावरण मंत्री ने कहा कि जब उन्होंने ‘पहले शौचालय, फिर देवालय’ का नारा दिया था तो उनका मजाक बनाया गया था, लेकिन अब मोदी सरकार भी देश को खुले में शौच से मुक्त करने पर काम कर रही है। उन्होंने दावा किया, ‘मोदी का स्वच्छ भारत कार्यक्रम और कुछ नहीं बल्कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार द्वारा 2011 में शुरू की गई निर्मल भारत योजना ही है। उसका लक्ष्य भी देश को खुले में शौच से मुक्त करना है।’ मेश ने कहा, ‘भाजपा जब 2014 में सत्ता में आई, उस वक्त तीन राज्य सिक्किम, केरल और हिमाचल प्रदेश कुछ ही महीने के भीतर खुले में शौच से मुक्त प्रदेश बनने वाले थे, लेकिन मोदी सरकार ने इसे स्वच्छ भारत अभियान की सफलता करार दे दिया।’ भाजपा और आप दोनों पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि दिल्ली में 60,000 से ज्यादा सफाई कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलता।