भारत में चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी रखना आज के समय में बड़ी चुनौती हो गया है। विभिन्न राजनैतिक पार्टियां चंदे के लिए कॉरपोरेट और जनता के पैसे पर निर्भर करती हैं। कुछ प्रत्याशी तो अपने दम पर चुनाव लड़ने में सक्षम हैं, लेकिन कुछ प्रत्याशी चुनाव लड़ने के लिए पब्लिक फंडिंग पर निर्भर करते हैं। यही वजह है कि इन दिनों चुनावों में पब्लिक फंडिंग जुटाने और चुनाव प्रचार के लिए कई प्लेटफॉर्म सामने आ गए हैं। ऐसे ही एक प्लेटफॉर्म Our Democracy के आनंद मंगनाले और बिलाल जैदी के साथ rediff.com ने बात की। इस बातचीत में आनंद मंगनाले और बिलाल जैदी ने बताया कि वह आगामी चुनावों में कई नेताओं की पब्लिक फंडिंग और चुनाव प्रचार में मदद कर रहे हैं। इन नेताओं में सीपीआई के कन्हैया कुमार और आम आदमी पार्टी की आतिशी भी शामिल है।
कन्हैया कुमार ने जुटाए 65 लाख रुपएः Our Democracy के संयोजकों ने बताया कि बीती 4 अप्रैल तक पब्लिक फंडिंग के जरिए आतिशी को करीब 47 लाख रुपए और कन्हैया कुमार को करीब 65 लाख रुपए का फंड मिल चुका है। चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों के लिए चुनाव खर्च की सीमा 70 लाख रुपए तक तय की हुई है। बता दें कि आतिशी आम आदमी पार्टी के टिकट पर दिल्ली से और कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय से भाजपा के कद्दावर नेता गिरिराज सिंह के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
कैसे होता है कामः आनंद मंगनाले और बिलाल जैदी ने बताया कि उनके इस प्लेटफॉर्म पर कोई भी व्यक्ति लॉग इन कर अपना अकाउंट क्रिएट कर सकता है। इसके लिए उसे सिर्फ अपनी ईमेल आईडी, फोन नंबर आदि की जानकारी देनी होगी। जिसके बाद कंपनी द्वारा इस अकाउंट को वेरीफाई किया जाता है और फिर उसे मंजूरी दी जाती है। इसके बाद सेवा लेने वाले व्यक्ति के चुनाव प्रचार और पब्लिक फंडिंग जुटाने की रणनीति तैयार की जाती है। जिसके लिए विभिन्न समस्याओं और मुद्दों को केन्द्र में रखा जाता है। इस काम के लिए कंपनी फ्रीलांस पत्रकारों, ग्राफिक डिजाइनर्स आदि की मदद लेती है। कंपनी यह काम कमीशन के आधार पर करती है और एक व्यक्ति से उसकी कुल पब्लिक फंडिंग का 5% बतौर कमीशन लेती है।
आनंद मंगनाले और बिलाल जैदी ने बताया कि एक व्यक्ति कम से कम 100 रुपए की डोनेशन दे सकता है। डोनेशन अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग दी जा सकती है। मतलब जैसे ही चुनाव प्रचार आगे बढ़ता है तो चुनाव प्रचार की मीडिया कवरेज के लिए डोनेशन दी जा सकती है या फिर इसी तरह अन्य तरीकों के लिए भी डोनेट किया जा सकता है।वहीं ऑनलाइन फंड जुटाने के लिए कैंडिडेट को सिर्फ मतदाताओं से अपील करनी होती है। यदि कैंडिडेट चाहे तो खुद की समझ से भी अपील कर सकता है। यदि उसे जरुरत है तो इसमें भी कैंडिडेट की मदद की जाती है और यह काम कुछ ही घंटों में कर लिया जाता है।