2019 के पहले इंटरव्यू में भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि संकट, बेरोजगारी, जीएसटी के खराब क्रियान्वयन समेत अन्य मुद्दों पर लोगों की नाराजगी से इनकार किया हो मगर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में इन्हीं मुद्दों पर फोकस करने जा रही है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इन तीन मुद्दों को पार्टी की घोषणा पत्र समिति आगामी मेनिफेस्टो में शामिल करने के लिए राहुल गांधी की अध्यक्षता में विचार कर रही है। तीन राज्यों (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान) में मिली चुनावी जीत से गदगद कांग्रेस वहां के मुद्दों यानी किसानों, युवाओं और छोटे एवं मझोले उद्यमियों के मुद्दे को अब राष्ट्रीय स्तर पर भुनाना चाह रही है। इसके लिए पार्टी जल्द ही राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम और चुनावी अभियान छेड़ने जा रही है।

इन तीन राज्यों के विधान सभा चुनाव के अलावा कांग्रेस गुजरात विधान सभा चुनाव में भी किसानों के मुददे को भुना चुकी है और भाजपा के विजय रथ को 99 पर रोक चुकी है। लिहाजा, किसानों के मुद्दे से कांग्रेस में आई जान ने अब उसे राष्ट्रव्यापी मुद्दा बना दिया है। तीनों राज्यों में कांग्रेस ने बड़े पैमाने पर किसान कर्ज माफी का एलान किया था। चुनावी वादे के मुताबिक सरकार गठन के 10 दिनों के अंदर कर्ज माफी का एलान किया था जिसे कांग्रेस ने समय से बहुत पहले कर दिखाया। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक उसकी इस रणनीति से किसानों और युवाओं का झुकाव पार्टी की तरफ बढ़ा है। लिहाजा, पार्टी 2019 के चुनावों को ध्यान में रखते हुए इन मुद्दों को चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने जा रही है। बता दें कि नरेंद्र मोदी ने 2014 के चुनावों में हरेक साल दो करोड़ लोगों को नौकरी देने का वादा किया था। कांग्रेस इसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए युवाओं को लामबंद करने की फिराक में है। इसके अलावा कांग्रेस का आरोप है कि जीएसटी को गलत तरीके से लागू कर मोदी सरकार ने छोटे व्यापारियों को बर्बाद कर दिया है। उससे पहले नोटबंदी भी उन्हें तबाह कर चुकी थी। इसलिए पार्टी इन पर भी विशेष फोकस कर रही है।

इस बीच कांग्रेस के किसान प्रकोष्ठ ने मोदी सरकार के खिलाफ देशव्यापी अभियान छोड़ने का एलान किया है ताकि देशभर के किसानों को भाजपा के खिलाफ भड़काया जा सके और उन्हें कांग्रेस के पक्ष में लामबंद किया जा सके। कांग्रेस सांसद और मेनिफेस्टो कमिटी के सदस्य राजीव गौड़ा ने लाइव मिंट को बताया कि इन तीनों मुद्दों के अलावा कांग्रेस शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा पर भी विशेष फोकस करने जा रही है। बतौर गौड़ मेनिफेस्टो कमिटी 20 से ज्यादा कोर मुद्दों पर विचार-विमर्श कर रही है। बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में कांग्रेस ने एक वेबसाइट लॉन्च की थी जिसमें चुनावी घोषणा पत्र के लिए लोगों से सुझाव मंगाए गए थे। इसके अलावा पार्टी देशभर में घूम-घूमकर लोगों से ग्राउंड रियलिटी के आधार पर भी सुझाव संग्रह कर रही है।