कर्नाटक चुनाव के नतीजे (Karnataka Election Results) लगभग आ चुके हैं और कांग्रेस पार्टी (Congress party) बहुमत की ओर आगे बढ़ रही है। वही कांग्रेस पार्टी एक एक कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। कांग्रेस को कर्नाटक में पूर्ण बहुमत मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। लेकिन पार्टी ऑपरेशन लोटस (Operation Lotus) से बचने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।

जैसे ही कांग्रेस पार्टी के पक्ष में नतीजे आने शुरू हुए, उसके बाद ही कांग्रेस पार्टी अपने संभावित विधायकों से संपर्क करने लगी और उनसे बेंगलुरु पहुंचने के लिए कह दिया गया है। कांग्रेस आलाकमान पूरी तरह से एक्टिव है और सभी विधायकों को आज ही बेंगलुरु पहुंचने के लिए कहा गया है।

इसके अलावा जो विधायक दूरदराज इलाकों में रहते हैं और रात तक बेंगलुरु नहीं पहुंच सकते हैं, उनके लिए हेलीकॉप्टर और चॉपर के इंतजाम किए गए हैं। विधायकों को सीधा बेंगलुरु लाने के आदेश दिए गए हैं। कांग्रेस को शक है कि उनके विधायकों से बीजेपी संपर्क कर सकती है और उन्हें तोड़ सकती है।

कांग्रेस नेताओं को बेंगलुरु पहुंचाने के लिए वरिष्ठ नेताओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार लगातार अपने हर एक नेता पर निगरानी रख रहे हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में जीत का जश्न भी मनने लगा है और शाम तक पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक भी हो सकती है।

बता दें कि ऑपरेशन लोटस का सबसे अधिक नुकसान कांग्रेस को ही हुआ है। कर्नाटक में भी कांग्रेस ऑपरेशन लोटस को झेल चुकी है। 2018 में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी लेकिन कांग्रेस ने जेडीएस के साथ गठबंधन कर सरकार बना लिया था। लेकिन लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद बीजेपी ने ऑपरेशन लोटस को अंजाम दिया और कांग्रेस पार्टी के कई विधायक टूट गए, जिसके कारण कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस की सरकार गिर गई और बीजेपी ने अकेले दम पर सरकार बना ली।

कर्नाटक में कांग्रेस की बड़ी जीत का श्रेय पार्टी के नेता राहुल गांधी को दे रहे हैं। राहुल गांधी ने कर्नाटक ने कई जनसभाएं की थी और पार्टी ने अच्छी सफलता भी हासिल की है।