छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनैतिक हलचल तेज हो गयी है। इसी क्रम में कभी बीजेपी के लिए खुल के प्रचार करने वाले सतनामी समाज के धर्मगुरु बाबा बालदास इस बार के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी का प्रचार करेंगे। 9 नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे है। सतनामी समाज के धर्मगुरु बाबा बालदास और खुशवंत सहाय दोनों ही राहुल गाँधी के साथ चुनाव प्रचार करेंगे। गौरतलब है कि सतनामी समुदाय का बड़ा वोट बैंक किसी भी राजनैतिक दल के लिए बहुत मायने रखता है।
कौन हैं गुरु बालदास?
बालदास सतनामी समाज के गुरु हैं. छत्तीसगढ़ के एक हिस्से में इस समाज का अच्छा खासा प्रभाव है. राजनीतिक दल सतनामी समुदाय को करीब 10 सीटों में एक बड़े वोट बैंक के तौर पर देखते हैं. माना जाता है कि यहां कि 50 सीटों पर सतनामी समाज का बड़ा प्रभाव है। कहा जाता है कि 2013 में बालदास ने बीजेपी को सत्ता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
उन्होंने उस वक्त सतनाम सेना का गठन किया था, जिसका बीजेपी को सीधे तौर पर फायदा हुआ था. क्योंकि सतनाम सेना से जिन प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था उन्होंने कांग्रेस का वोट काटा था, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को हुआ था. पिछले विधानसभा चुनाव में बालदास की ओर से 21 प्रत्याशी मैदान में उतारे गए थे. एक उम्मीदवार ने 6 से 10 हजार वोट पाए थे जो कांग्रेस के लिए महंगा साबित हुआ था. बालदास का गिरोधपुरी में धाम है, जहां चुनाव से पहले अक्सर राजनीतिक पार्टियों के नेता देखे जाते है।
कहां होगा नुकसान
राजनीतिक जानकारों की मानें तो भाजपा को कम से कम 25-30 सीटों पर इसका सीधा असर झेलना पड़ सकता है. बिलासपुर, दुर्ग, मुंगेली, रायपुर, जांजगीर, चांपा और बालौदाबाजार वाले इलाकों में कांग्रेस को इस समाज के गुरु के आने का फायदा हो सकता है. इन इलाकों में फिलहाल 13 सीटें बीजेपी के हाथ में है।
छत्तीसगढ़ में पिछले विधानसभा चुनावों में बाबा बालदास ने सतनाम सेना का गठन करके बीजेपी को सत्ता तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बाबा बालदास की सतनाम सेना ने तब 21 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था। इन उम्मीदवारों ने औसतन 6 से 10 हजार वोट पाकर बीजेपी की विरोधी पार्टी कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचाया था। कांग्रेस के करीब दर्जन भर उम्मीदवार अपनी सीट गँवा बैठे थे। हालाँकि सतनाम सेना इस बार चुनाव नहीं लड़ेगी लेकिन वह घर-घर जाकर कांग्रेस पार्टी के समर्थन में चुनाव प्रचार करेगी।
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चुनावों से पहले कांग्रेस में शामिल होने पर बाबा बालदास ने अपने अनुयाइयों को सफाई दी है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों में उन्होंने बीजेपी का सपोर्ट इसलिए किया था ताकि, वो सतनामी समुदाय की आर्थिक और सामाजिक उन्नति के लिए काम करे लेकिन बीजेपी उनकी नजरों में खरी नहीं उतरी। कांग्रेस पार्टी ने बाबा बालदास और बाबा खुशवंत सहाय को उन इलाकों में चुनाव प्रचार की कमान सौपी है जहां अनुसूचित जाति वर्ग का सतनामी समुदाय का बड़ा वर्ग रहता है। राज्य में इस समुदाय के लिए 10 सीटें आरक्षित है। इस समुदाय को साधने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष दोनों ही बाबा बालदास के धाम गिरोधपुरी में मत्था टेक चुके है। लेकिन इस बार बाबा का साथ कांग्रेस को मिला है वे खुद कांग्रेस में शामिल हो गए है।