विधानसभा चुनाव 2023 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को करारी हार मिली है। राज्य में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला है। 90 सीटों में से बीजेपी को 54 सीट और कांग्रेस को 35 सीट मिली। राज्य की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक कवर्धा की सीट भी थी। यहां से बीजेपी के विजय वर्मा बाजी मारने में कामयाब रहे। यहां पर वोटों की गिनती 20 राउंड में हुई और विजय वर्मा को कुल 144257 वोट मिले। उन्होंने 39592 वोटों से जीत दर्ज की। यहां से कांग्रेस के मोहम्मद अकबर ने चुनाव लड़ा था और उन्हें 104665 वोट मिले हैं। वैसे तो यह सीट हमेशा से बीजेपी का गढ़ रही है लेकिन, 2018 के चुनाव में यहां बड़ा फेरबदल देखने को मिला था। पिछली बार विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के कद्दावर मंत्री मोहम्मद अकबर ने चुनाव जीता था। इस बार भी इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर रही और कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी।
कितनी है मतदाताओं की संख्या
इस क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 2,97,217 है। जिनमें पुरुष मतदाता 1,57,437 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,57,108 है। इस क्षेत्र में साक्षरता की दर 62 प्रतिशत है। यहां के अधिक लोग किसानी पर निर्भर हैं। किसान मुख्य रूप से धान और गन्ने की खेती करते हैं। बता दें कि राज्ये में पहले शर्करा कारखाने की स्थापना भी यहीं हुई थी। यह क्षेत्र पर्यटन स्थल के लिए भी जाना जाता है। यहां नागवंशी राजाओं ने 11वीं शताब्दी में भोरमदेव मंदिर की स्थापना की थी। चिल्फी घाटी का नाम भी प्रमुख पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है। यहां साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुई हैं। इस कारण इस क्षेत्र में तनाव पैदा हुआ था।
2018 में कांग्रेस ने जीता था चुनाव
यहां हर 5 साल में चुनाव होता है। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के गढ़ को भेदते हुए कांग्रेस के कद्दावर प्रत्याशी मोहम्मद अकबर ने चुनाव जीता। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को 60 हजार से अधिक मतों से हराया था। यह आंकड़ा पिछले 4 चुनावों का सबसे बड़ा अंतर साबित हुआ। दरअसल,2018 के चुनाव में मोहम्मद अकबर को कुल 1,36,320 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी प्रत्याशी अशोक साहू को 77,036 वोट हांसिल हुए थे। बीजेपी नेता अशोक दूसरे नंबर पर रहे थे। दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच जीत अंतर 24.6% था। इस बार देखना है कि बीजेपी या कांग्रेस कौन बाजी मारता है।