Raipur Lok Sabha Election 2024 Date, Candidate Name: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों के ऐलान से पहले ही तमाम राजनीतिक दलों ने अभी से चुनाव के लिए कमर कस ली है। ऐसे ही छत्तीसगढ़ की रायपुर लोकसभा सीट एक महत्वपूर्ण सीट है। छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में रायपुर राज्य मुख्यालय की सीट होने के कारण वीआईपी मानी जाती रही है। रायपुर लोकसभा सीट से वर्तमान में बीजेपी के सुनील कुमार सोनी सांसद हैं।
आजादी के बाद के शुरुआती दशक में यह सीट कांग्रेस का गढ़ थी। 1951 से अब तक 17 बार हुए चुनाव में आठ बार मतदाताओं ने कांग्रेस को चुना। 1996 में विद्याचरण के बड़े भाई श्यामाचरण शुक्ल को रमेश बैस ने हराया। इसके बाद से रायपुर सीट भाजपा का गढ़ बन गया।
रायपुर लोकसभा क्षेत्र से 6 बार सांसद रहे रमेश बैस
रमेश बैस 1996, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 तक लगातार लोकसभा चुनाव जीते। रमेश लगातार 23 साल तक सांसद रहे। रायपुर लोकसभा क्षेत्र से 6 बार सांसद रहे रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है। इसके पहले बैस झारखंड और त्रिपुरा के राज्यपाल थे। रायपुर लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ रही है। ऐसे में इस सीट पर सेंधमारी करना कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। रायपुर लोकसभा सीट पर लगातार 1996 से लेकर 2019 तक बीजेपी जीतती आई है।
लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम
रायपुर सीट पर वर्तमान में बीजेपी के सुनील सोनी सांसद हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 में अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमोद दुबे को 3 लाख 48 हजार 238 वोटों से हराया था। चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार सुनील सोनी को 8 लाख 37 हजार 902 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार रहे प्रमोद दुबे को 4 लाख 89 हजार 664 वोट मिले थे।
रायपुर लोकसभा सीट का जातीय समीकरण
लोकसभा क्षेत्र के बलौदाबाजार, भाठापारा, धरसींवा और अन्य सीटों पर कुर्मी मतदाताओं की संख्या अधिक हैं। इसी तरह आरंग, अभनपुर, बलौदाबाजार, भाठापारा, धरसींवा में सतनामी मतदाताओं की भी बहुलता है। वहीं अभनपुर, रायपुर ग्रामीण, आरंग, बलौदाबाजार, भाठापारा, धरसींवा और रायपुर पश्चिम में साहू मतदाता की अधिकता है। इन सीटों के कुर्मी, साहू और सतनामी मतदाता लोकसभा सदस्य चुनने में अहम भूमिका निभाते हैं।
यहां शहरी जनसंख्या 48.46 फीसदी है। आदिवासियों की आबादी 6 फीसदी और दलितों की आबादी 17 फीसदी है। रायपुर में मतदाताओं की तादाद 2014 में 19 लाख से अधिक थी। इनमें पुरुष मतदाताओं की तादाद 9 लाख 79 हज़ार से ज्यादा थी। यहां की कुल जनसंख्या करीब 25 लाख है। इनमें पिछड़ी जाति साहू-कुर्मी समाज का बाहुल्य है। दोनों क्रमश: 30 और 20 प्रतिशत हैं। रायपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत सात विधानसभा सीटें आती हैं।