Chandni Chowk Lok Sabha Elections 2024 Date, Candidate Name: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का बिगुल फूंक चुका है। राजनीतिक दलों ने तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की चांदनी चौक की सीट भी इनमें सबसे जरूरी सीट मानी जाती है। यहां पर साल 2019 में डॉक्टर हर्षवर्धन ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और कांग्रेस के उम्मीदवार को कई वोटों के अंतर से हरा दिया था। हर्षवर्धन राजनीति के एक मंझे हुए खिलाड़ी माने जाते हैं।
साल 2019 में लोकसभा चुनाव 12 मई को हुए थे। इस बार चांदनी चौक सीट पर 25 मई को मतदान होगा। चांदनी चौक की लोकभा सीट के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इस बार पार्टी ने डॉ. हर्षवर्धन का टिकट काट दिया है और प्रवीण खंडेलवाल पर भरोसा जताया गया है। सभी की नजरें इस सीट पर इसलिए भी टिकी हुईं हैं कि बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
लोकसभा चुनाव 2019 में डॉक्टर हर्षवर्धन जीते
चांदनी चौक की लोकसभा सीट पर बीजेपी के हर्षवर्धन का जादू चला था। बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष वर्धन को 5,19,055 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश अग्रवाल 2,90,910 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पंकज कुमार गुप्ता 1,44,551 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे थे। इसमें 15 लाख के आसपास लोगों ने अपने मत का उपयोग किया था। हर्षवर्धन दिल्ली विधानसभा चुनाव के इतिहास में भी कभी नहीं हारे हैं।
Chandni Chowk Lok Sabha Election | ||
पार्टी | उम्मीदवार | वोट |
BJP | डॉ. हर्षवर्धन | 5,19,055 |
CONGRESS | जय प्रकाश अग्रवाल | 2,90,910 |
AAP | आशुतोष | 1,44,551 |
साल 2014 में भी बीजेपी के हर्षवर्धन ही जीते
अब अगर बात की जाए साल 2014 के लोकसभा चुनाव की तो इसमें भी बीजेपी ने चांदनी चौक की लोकसभा सीट पर डॉक्टर हर्षवर्धन को ही ही टिकट दिया था और उन्होंने यहां पर जीत भी दर्ज की थी। उन्हें 437938 वोट मिले थे। उन्होंने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार आशुतोष को 136320 वोटों के अंतर से मात दी थी। 2014 में कुल 67.87 प्रतिशत वोट पड़े। उस समय भी काफी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
किस जाति के लोग सबसे ज्यादा
इस सीट पर मुस्लिम आबादी 30 प्रतिशत से ज्यादा है। वहीं अनुसूचित जाति की आबादी 25 फीसदी के करीब है और ओबीसी की आबादी 20 प्रतिशत हैं। वैश्य समुदाय की आबादी कर15 फीसदी है। यहां 7,91,318 पुरुष और 6,55,854 महिला मतदाता हैं। 58 मतदाता अन्य अथवा थर्ड जेंडर के हैं। यह इलाका अपने आप में धार्मिकता का केंद्र बिंदु बना हुआ है। यहां पर गौरी शंकर मंदिर, दिगंबर जैन मंदिर, फतेहपुर मस्जिद जैसे धार्मिक स्थल हैं।