यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘अली-बजरंगबली’ वाले बयान के लिए बसपा सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती ने उन पर निशाना साधा है। शनिवार को एक ट्वीट में मायावती ने लोगों को रामनवमी की बधाई दी। साथ ही यूपी के सीएम को आड़े हाथों लिया। मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, ” रामनवमी की देश व प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनायें तथा उनके जीवन में सुख व शान्ति की कुदरत से प्रार्थना। ऐसे समय में जब लोग श्रीराम के आदर्शों का स्मरण कर रहे हैं तब चुनावी स्वार्थ हेतु बजरंग बली व अली का विवाद व टकराव पैदा करने वाली सत्ताधारी ताकतों से सावधान रहना है।”
मायावती का इशारा सीएम आदित्यनाथ की ओर था। आदित्यनाथ को मेरठ में एक रैली को संबोधित करते हुए उनकी “अली” और “बजरंग बली” वाली टिप्पणी के लिए चुनाव अयोग की ओर से नोटिस मिला था। सीएम इस नोटिस का जवाब दे चुके हैं। बता दें कि आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनावों में इस्लाम में श्रद्धेय ”अली” और हिंदू देवता बजरंग बली के बीच मुकाबले की बात कही थी। आदित्यनाथ ने कहा था, “अगर कांग्रेस, सपा, बसपा को ”अली” पर विश्वास है तो हमें ”बजरंग बली” पर विश्वास है।” उनके इस बयान को लेकर विपक्ष ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था।
रामनवमी की देश व प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनायें तथा उनके जीवन में सुख व शान्ति की कुदरत से प्रार्थना। ऐसे समय में जब लोग श्रीराम के आदर्शों का स्मरण कर रहे हैं तब चुनावी स्वार्थ हेतु बजरंग बली व अली का विवाद व टकराव पैदा करने वाली सत्ताधारी ताकतों से सावधान रहना है।
— Mayawati (@Mayawati) April 13, 2019
बता दें कि मायावती भले ही इस मुद्दे को लेकर विपक्ष पर हमलावर हो रही हों लेकिन उन्हें भी देवबंद में दिए भाषण में मुसलमानों से किसी विशेष पार्टी को वोट न देने की अपील करने के लिए चुनाव आयोग से नोटिस मिल चुका है। आयोग ने नोटिस में मायावती के बयान से प्रथम दृष्टया आचार संहिता का उल्लंघन होने की बात कहते हुए जवाब मांगा था। मायावती अपना जवाब चुनाव आयोग के पास दाखिल कर चुकी हैं।
(भाषा इनपुट्स के साथ)