यूपी के मऊ जिले स्थित घोसी लोकसभा सीट से बीएसपी प्रत्याशी अतुल राय पर 1 मई को बलात्कार का केस दर्ज किया गया था। इसके बाद से बीएसपी प्रत्याशी फरार चल रहे हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ गैर जमानती वॉरंट हासिल किया है। अतुल को पकड़ने के लिए 4 टीमों का गठन भी किया गया है। ये टीमें गाजीपुर, बलिया, गोरखपुर और मऊ में कई जगहों पर छापे मार रही है। बता दें कि राय के खिलाफ केस वाराणसी के लंका थाने में दर्ज की गई है। महिला का आरोप है कि राय पिछले साल मार्च से ही उनका यौन उत्पीड़न कर रहे हैं। महिला के मुताबिक, जब वह राय के अपार्टमेंट गई तो यौन दुर्व्यवहार का शिकार हुई। पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, महिला का यह भी कहना है कि राय ने इस घटना का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर सर्कुलेट करने की धमकी दी।
शुक्रवार शाम इस मामले के जांच अफसर ने स्थानीय अदालत से राय के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट हासिल किया था। उधर, बीएसपी के मऊ जिलाध्यक्ष राजीव कुमार ने दावा किया कि अतुल राय फरार नहीं हैं और अपने लोकसभा क्षेत्र में प्रचार कर रहे थे। हालांकि, उन्होंने राय पर दर्ज रेप के मामले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वहीं, लंका स्टेशन के एसएचओ भारत भूषण ने कहा, ‘हमने रेप केस में राय के खिलाफ सबूत जुटाने के बाद एनबीडब्ल्यू हासिल किया। बाद में पुलिस टीमें बनाकर गाजीपुर, बलिया, मऊ और गोरखपुर भेजी गईं। अभी तक उनके बारे में सुराग नहीं मिले हैं।’ बता दें कि पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भी राय का बचाव करते हुए कहा था, ‘बीएसपी महिलाओं का पूरा पूरा आदर सम्मान करती है जो जग जाहिर है। लेकिन दुखद है कि अब चुनाव के समय भी बीजेपी सत्ता का दुरुपयोग करके बीएसपी को बदनाम करने पर तुली है। घोसी में पार्टी प्रत्याशी के साथ भी ऐसा ही किया जा रहा है, जो बीजेपी का अति घिनौना चुनावी हथकंडा है।’
उधर, एसएचओ ने दावा किया कि राय वाराणसी के मड़ुआडीह पुलिस स्टेशन के हिस्ट्रीशीटर हैं और उनके खिलाफ 32 केस दर्ज हैं। वह गाजीपुर के भंवरकोल इलाके के रहने वाले हैं और काफी वक्त से वाराणसी में रह रहे हैं। राय गाजीपुर की जमनिया सीट से बीएसपी के टिकट पर 2017 विधानसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे। राय ने शुक्रवार को इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए अपने ऊपर लगे आरोपों के सिरे से खारिज किया था। हालांकि, शनिवार को किए गए फोन्स कॉल्स का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।