आगामी 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने वाले हैं। इस बीच मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी नेताओं और एनडीए के सहयोगी दलों के लिए डिनर का आयोजन किया। यह आयोजन दिल्ली के अशोका होटल में किया गया। अमित शाह के इस डिनर कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। इनके अलावा पार्टी नेताओं के साथ ही एनडीए के सहयोगी बिहार के सीएम नीतीश कुमार, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल आदि लोग भी इस डिनर कार्यक्रम में शामिल हुए। बता दें कि हाल ही में जारी किए गए एक्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक एनडीए के सत्ता में वापसी के संकेत दिए गए हैं। अधिकतर एक्जिट पोल के नतीजों में एनडीए को बहुमत मिलता दिखाया गया है।
अमित शाह के डिनर कार्यक्रम से पहले भाजपा पार्टी मुख्यालय में पार्टी की मंत्री परिषद की बैठक हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अलावा एनडीए सरकार के सभी केन्द्रीय और राज्य मंत्रियों ने शिरकत की। इस बैठक में मंत्रियों को ‘पिछले 5 साल के कार्यकाल के धन्यवाद’ दिया गया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंत्री परिषद की बैठक के बाद ट्वीट कर बताया कि “मैं टीम मोदी सरकार को पिछले 5 साल में उनके कठिन परिश्रम और शानदार उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं। पीएम मोदी के नेतृत्व में नए भारत के लिए इस गति को बरकरार रखते हैं।” वहीं पीएम मोदी ने मंत्री परिषद की बैठक में कहा कि यह लोकसभा चुनाव उनके लिए तीर्थयात्रा के समान रहा। केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए यह जानकारी दी। तोमर ने बताया कि ‘पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने कई चुनाव देखे लेकिन यह चुनाव प्रचार उनके लिए तीर्थयात्रा के जैसा अनुभव रहा। पीएम मोदी ने बैठक के दौरान एनडीए सरकार के कार्यकाल को सफल करार दिया।’
I congratulate Team Modi Sarkar for their hard work and remarkable achievements in the last 5 years.
Let us keep this momentum going for a New India under the leadership of PM @narendramodi.
Sharing pictures of Aabhar Milan of Union Council of Ministers at BJP HQ, New Delhi. pic.twitter.com/X2sgvJjJ5c
— Chowkidar Amit Shah (@AmitShah) May 21, 2019
भाजपा मंत्री परिषद की बैठक और डिनर कार्यक्रम ऐसे वक्त में हो रहा है, जब विपक्ष की 22 पार्टियों ने आज ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग से मुलाकात की। राजनैतिक पार्टियों ने मतगणना से पहले ईवीएम और वीवीपैट पर्चियों के मिलान की मांग की। विपक्षी पार्टियां कह रही हैं कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है। हालांकि चुनाव आयोग इन आशंकाओं को खारिज कर रहा है और ईवीएम को पूरी तरह से सुरक्षित बता रहा है।