आगामी लोकसभा चुनाव में कुछ महीने शेष रह गए हैं। ऐसे में सभी पार्टियां राजनीतिक जोड़-घटाव और रणनीति बनाने में जुट गई है। इस बीच, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने लोकसभा चुनाव जीतने के लिए 41 लोगों की तीन अलग-अलग कमेटी का गठन किया है। इन कमेटियों में राजनाथ सिंह, रवि शंकर प्रसाद जैसे वरिष्ठ नेताओं को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा ने राजनाथ सिंह को ‘संकल्प पत्र’ (चुनाव घोषणा पत्र) समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है जबकि अरूण जेटली प्रचार शाखा का नेतृत्व करेंगे। शाह ने नितिन गडकरी को सामाजिक स्वंयसेवी संगठन संपर्क की जिम्मेदारी सौंपी है।

पहली कमेटी का नाम संकल्प पत्र है। इस कमेटी का अध्यक्ष राजनाथ सिंह को बनाया गया है। साथ ही अरुण जेटली, निर्मला सीतारमन, थावरचंद गहलौत, रवि शंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, केजी अलफॉस, शिवराज सिंह चौहान, किरण रिजूजू, सुशील मोदी, केशव प्रसाद मौर्य, अर्जुन मुंडा, राममाधव, भूपेंद्र यादव, नारायण राणे, मीनाक्षी लेखी, संजय पासवान, हरी बाबू और राजेंद्र मोहन सिंह चीमा भी इस कमेटी में शामिल हैं। इस कमेटी में कुल 20 लोगों को जगह दी गई है।

दूसरी कमेटी प्रचार-प्रसार है, जिसमें अरुण जेटली, पीयूष गोयल, राज्यवर्धन सिंह राठौर, अनिल जैन, महेश शर्मा, सतीश उपाध्याय, राजीव चंद्रशेखर और ऋतुराज सिन्हा को शामिल किया गया है। तीसरी कमेटी सामाजिक-स्वंयसेवी संगठन संपर्क है, जिसमें नितिन गडकरी, कैलाश विजयवर्गीय, सदानंद गौड़ा, कलराज मिश्र, शिव प्रकाश शुक्ला, विजय सांपला, एसएस अहलूवालिया, बंडारु दत्तात्रेय, सरदार आरपी सिंह, मांगेराम, एल गणेशन, लक्ष्मीकांत वाजपेयी और भूपेंद्र सिंह चूड़ासमा शामिल हैं।

बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में गठबंधन की कवायद शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन का ‘एकाध हफ्ते’ में एलान होने के संकेत देते हुए रविवार को कहा कि सपा और बसपा भाजपा के ही सिखाये पाठ पर अपना गणित दुरूस्त कर रहे हैं। अखिलेश ने कहा ‘‘गठबंधन का समय भी पता लगेगा आपको। बस, एकाध हफ्ते की बात है।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो गणित सबको सिखाया……भाजपा ने अपना गणित ठीक करने के लिये देश में ना जाने कितने गठबंधन किये। शायद सपा-बसपा भी अपना गणित दुरूस्त कर रहे हैं। गठबंधन में कांग्रेस को शामिल करने की सम्भावनाओं के सवाल पर अखिलेश ने कहा ‘‘गठबंधन के दोनों नेताओं को तय करना है कि कांग्रेस साथ होगी या नहीं।’’ (एजेंसी इनपुट के साथ)