विपक्षी दलों को कौरव बताते हुए त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने मंगलवार (29 जनवरी) को पश्चिम बंगाल के आरामबाग में कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव देश को अस्थिरता के दौर में जाने से बचाने के लिए लड़ा जाएगा। भाजपा की गणतंत्र बचाओ रैली को संबोधित करते हुए देब ने कहा, ‘‘आगामी लोकसभा चुनाव महाभारत की लड़ाई होगी और हम सब भारत को बचाने के लिए लड़ेंगे। यहां हमें देश को कौरवों से बचाने के लिए लड़ना है। यह इस देश के लोगों और विपक्ष के बीच की लड़ाई होगी।’’ उन्होंने कहा कि लोगों को इसका फैसला करना है कि वे लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में मजबूत सरकार चाहते हैं या मजबूर सरकार।

देब ने कहा कि वह आश्वस्त हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, देश के अगले प्रधानमंत्री बनेंगे। देब ने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं और विपक्षी दल अपना हित पूरा करना चाहते हैं। अतीत में हमने देखा है कि ऐसी गठबंधन सरकारें अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पायी।’’ उन्होंने पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार पर ‘आतंक का राज’ चलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘त्रिपुरा और बंगाल में समानता है। दोनों राज्य वामपंथियों के कुशासन का शिकार हुआ। लेकिन, त्रिपुरा को देखिए, बंगाल को देखिए। त्रिपुरा में लोगों के अधिकार को बहाल किया गया लेकिन बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के शासन में गुंडाराज है।’’

वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी मंगलवार को पश्चिम बंगाल में काठी में एक जनसभा के दौरान प्रियंका गांधी को कांग्रेस महासचिव बनाये जाने के फैसले का उपहास उड़ाते हुए कहा कि किसी एक परिवार द्वारा चलाई जाने वाली सरकार लोगों की सेवा नहीं कर सकती, बल्कि सिर्फ एक मजबूर सरकार ही दे सकती है। शाह ने कहा कि ‘‘संप्रग के शासनकाल में हमने टूजी जैसे बड़े घोटाले देखे थे। अब अधिक भ्रष्टाचार के लिये तीसरा ‘जी’ (गांधी) भी आ गया है… पहले सोनिया जी, राहुल जी थे ही और अब हमारे पास प्रियंका जी (गांधी) हैं। फिर घोटाले का आकार क्या होगा? ’’ कांग्रेस नीत संप्रग 2 सरकार के समय के 2जी घोटाले का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि अब तीसरा जी.. प्रियंका जी को शामिल करके विपक्षी पार्टी अधिक भ्रष्टाचार करना चाहती है ।