बीजेपी की तरफ से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी जारी कर दी गई है। कुल 72 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतार गया है। इससे पहले पार्टी ने कुछ दिन पहले ही 195 प्रत्याशियों को घोषित किया था, यानी कि अभी तक कुल 267 उम्मीदवारों का बीजेपी ऐलान कर चुकी है।
अब पार्टी की सूची को अगर ध्यान से देखा जाए तो कई तरह की बातें समझ आती हैं। एक तरफ इस बार बीजेपी ने रिपीट फैक्टर को काफी तवज्जो दी है, ये बताने की कोशिश की गई है कि इस बार देश में बीजेपी और उनके सांसदों के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर नहीं चल रही है, बल्कि कहना चाहिए प्रो इनकंबेंसी का दौर देखने को मिल रहा है।
आंकड़े बताते हैं कि भाजपा ने कल 140 सांसदों को रिपीट किया है, यानी कि एक बार फिर उन्हें उनकी सीट से टिकट दिया गया है। वही दो लिस्ट में कुल 63 सांसदों के टिकट काटे हैं।
अगर सरल भाषा में समझने की कोशिश करें तो दिल्ली में बीजेपी ने सात में से 6 उम्मीदवार बदल दिए हैं, हरियाणा में तीन के टिकट काटे हैं। कर्नाटक में 11 प्रत्याशियों को इस बार टिकट नहीं दिया गया। एमपी में दो को रिपीट किया गया तो दो के टिकट काटे हैं। महाराष्ट्र में 20 उम्मीदवारों में से पांच को इस बार टिकट नहीं मिली है।
बीजेपी की अगर पहली सूची की बात करें तो उसमें 195 उम्मीदवारों को उतारा गया था। बड़ी बात ये रही कि उसमें 33 सांसदों को भाजपा ने रिपीट नहीं किया था, यानी कि उनके टिकट काटे थे। वही 110 एमपी को फिर मौका दिया गया, बाकी सीटों पर नए चेहरे पर दांव चला गया। वही जो दूसरी सूची सामने आई है, उसमें संतुलन बनाते हुए पार्टी ने अगर 30 सांसदों के टिकट काटे हैं तो 30 को रिपीट भी किया है, इसके अलावा 12 नए चेहरों को उतारा गया है।
एक बड़ा एंगल ये भी देखने को मिला है कि इस बार बीजेपी ने अपने उन मंत्रियों को भी चुनावी मैदान में उतारा है जो चुनाव लड़ने से या तो बचते थे या फिर राज्यसभा के जरिए सरकार में आने की कोशिश कर रहे थे। इसी वजह से इस बार पीयूष गोयल को पहली बार चुनावी मैदान में उतार गया है ,मुंबई उत्तर की सीट से वे ताल ठोकने जा रहे हैं। पिछली सूची में इसी तरह मनसुख मंडाविया को भी बीजेपी ने टिकट दे दिया था। ये पीएम मोदी का मंत्र है जहां पर कहा गया है कि सभी बड़े नेताओं को एक बार जरूर जनता के बीच में जाना चाहिए और चुनाव लड़ना चाहिए।
इसी वजह से एक तरफ नागपुर से फिर गडकरी ताल ठोक रहे हैं तो वहीं करनाल से मनोहर लाल खट्टर को उतारा गया है। इसी तरह केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को मुंबई उत्तर से टिकट दे दिया गया है। अनुराग ठाकुर की बात करें तो बीजेपी ने उन्हें हमीरपुर से चुनावी मैदान में उतारा है। गढ़वाल से अनिल बलूनी को इस बार पार्टी ने मौका देने का काम किय है। दक्षिण भारत में कर्नाटक से भी पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई को बीजेपी ने हवेरी से उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह बीड़ से पंकजा मुंडे को प्रत्याशी घोषित किया गया है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत को भी हरिद्वार से मौका दिया गया है। तेजस्वी सूर्य को बेंगलुरू साउथ से टिकट मिला है। पार्टी ने हर बड़े चेहरो को इस बार चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है, हर कीमत पर सिर्फ सीट जीतने पर फोकस किया है।