2019 Lok Sabha Election: ओडिशा में नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी के सांसद तथागत सत्पथी ने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया है। धेनकनाल सीट से सांसद सत्पथी ने कहा कि वह आने वाले लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने पत्रकारिता में वापस जाने की उनकी इच्छा जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में अब और अधिक निडर आवाजों की जरूरत है। बता दें कि हाल ही में बीजेडी सांसद जय पांडा ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था।

राजनीति छोड़कर अखबार को समय दूंगा : बता दें कि बीजेडी सांसद जय पांडा के बीजेपी जॉइन करने के बाद कयास थे कि सत्पथी भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान करके साफ कर दिया कि अब वे किसी भी पार्टी में नहीं जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपने अखबार पर ध्यान दूंगा। बता दें कि सत्पथी उड़िया भाषा के अखबार धारित्री के मालिक और संपादक हैं।

लोकसभा के लिए चार बार हुए निर्वाचित : बता दें कि सत्पथी 1990 से 1995 तक ओडिशा विधानसभा के सदस्य रहे। इसके बाद 12वीं, 14वीं, 15वीं और 16वीं लोकसभा के लिए भी निर्वाचित हुए। 62 वर्षीय सत्पथी ने कहा कि वे युवाओं को राजनीति में आने का मौका देना चाहते हैं। राजनीति से संन्यास के ऐलान के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री और बीजेडी नेता नवीन पटनायक का आभार व्यक्त जताया।

पार्टी लाइन से हटकर दिए कई बयान : सत्पथी बीजेडी में अपनी मन की कहने के लिए जाने जाते हैं। 2017 में एक पार्टी कार्यक्रम में उन्होंने गुटबाजी के लिए पार्टी की आलोचना की थी। इसके अलावा सीएम नवीन पटनायक ने केंद्र की मोदी सरकार की कई नीतियों का समर्थन किया तो सत्पथी ने कई बार इससे अलग अपने विचार रखे। उनका कहना है कि अगर हम बीजेपी के खिलाफ स्पष्ट रुख नहीं अपनाते हैं और दोनों पक्षों को निभाने की कोशिश करते हैं तो लोग हम पर उंगली उठाएंगे।

संसद में पूछे कई सवाल : सत्पथी ने एक सांसद के तौर पर संसद में भी अपनी प्रतिष्ठा बनाई। मॉब लिंचिंग पर बोलते हुए उन्होंने संसद में कहा था कि देश में चारों ओर चल रहे गौरक्षक शायद यह नहीं जानते हैं कि भारत में ज्यादातर गाय वास्तव में जर्सी हैं। उन्होंने उड़िया जैसी क्षेत्रीय भाषाओं पर हिंदी भाषा के आधिपत्य का भी विरोध किया था। बता दें कि सत्पथी ओडिशा की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री नंदिनी सत्पथी के छोटे बेटे हैं।