अजय पांडेय

बिहार में महागठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों का बंटवारा लगभग तय हो गया है। इसके तहत सूबे की कुल 40 संसदीय सीटों में से 20 सीटों पर लालू प्रसाद यादव की अगुआई वाले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चुनाव लड़ने की संभावना है जबकि कांग्रेस 11 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। बाकी बची नौ सीटों का बंटवारा गठबंधन में शामिल बाकी दलों के बीच किए जाने के संकेत हैं। संकेत यह भी हैं कि राजद अपने कोटे से एक-एक सीट समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी को भी दे सकती है। सीटों के बंटवारे की औपचारिक घोषणा एक-दो दिन में कर दिए जाने की संभावना है।

महागठबंधन में शामिल दलों के नेताओं की एक बैठक बुधवार शाम राजधानी में कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल के घर पर हुई। इसमें राजद नेता तेजस्वी यादव, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी नेता उपेंद्र कुशवाहा, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के जीतनराम मांझी, विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के मुकेश साहनी साहित बिहार के कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल व सूबे के अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे। बिहार में महागठबंधन दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पूछने पर कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सीटों का बंटवारा तय हो गया है। उन्होंने कहा कि अगले 48 घंटों में इसकी औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी।

इस बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सूत्रों ने बताया कि राजद को 20 सीटें मिल सकती हैं। वह मधुबनी, झंझारपुर, वैशाली, सीवान, महाराजगंज, सारण, उजियारपुर, खगड़िया, पाटिलपुत्र, बक्सर, जहानाबाद, अररिया, मधेपुरा, बांका, भागलुपर आदि सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। वहीं कांग्रेस किशनगंज, सुपौल, कटिहार, सासाराम, समस्तीपुर, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, शिवहर, पटना साहिब, दरभंगा और मुंगेर कुल 11 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
उपेंद्र कुशवाहा की अगुआई वाले रालोसपा को काराकट, पूर्वी चम्पारण और वाल्मीकि नगर की कुल तीन सीटें दिए जाने की संभावना है। गया संसदीय सीट जीतनराम मांझी की अगुआई वाली हम पार्टी को दी जा सकती है जबकि आरा की सीट सीपीआइ (माले) व बेगूसराय की सीट सीपीआइ को दिए जाने की उम्मीद है। यहां से जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के चुनाव मैदान में उतरने की संभावना जताई जा रही है।

मुकेश सहनी की अगुआई वाली वीआइपी पार्टी दरभंगा सीट पर अड़ी है। यदि उसको यह सीट मिली तो कांग्रेस के कीर्ति आजाद को किसी और सीट से चुनाव लड़ना पड़ सकता है। दूसरी ओर यह भी संभावना है कि सहनी निषाद बहुल मुजफ्फरपुर सीट से चुनाव लड़ें और कांग्रेस को दरभंगा सीट मिल जाए और आजाद की मुश्किल आसान हो जाए। लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव को भी एक सीट मिलना तय है। हालांकि वह कहां से चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर संशय है।