इस बार लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में टिकट देने में दलबदलुओं की सुनवाई ज्यादा हो रही है। जदयू की ओर से जारी सूची से यह साफ जाहिर होता है। ऐसा नहीं है कि यह केवल जदयू में ही हो रहा है। लालू प्रसाद यादव की राजद में भी जिन उम्मीदवारों को अपना चुनाव चिन्ह देने की बात सामने आई है, उनमें भी दलबदलुओं की चलती नजर आ रही है। वैसे बीजेपी ने अपने 17 उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। और न ही एनडीए का हिस्सा बने चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास पासवान) ने आधिकारिक तौर पर पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार का ऐलान किया है, लेकिन हाजीपुर से वे खुद और जमुई से उनके बहनोई अरुण भारती की उम्मीदवारी तय है।

जदयू ने अपने सभी 16 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं

वहीं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (Hindustani Awam Morcha) के प्रमुख जीतनराम मांझी का गया और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (Rashtriya Lok Samta Party) के मुखिया उपेंद्र कुशवाहा का काराकाट सीट से लड़ना तय है। बीजेपी उम्मीदवारों की सूची न आने से अटकलों का बाजार गर्म है। संभावित उम्मीदवार पटना-दिल्ली की दौड़ लगा रहे है। जदयू ने रविवार को अपने सभी 16 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।

विजय लक्ष्मी कुशवाहा और लवली आनंद को बनाया उम्मीदवार

इससे पहले शनिवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक-एक करके सभी उम्मीदवारों से मिले और जीत का मंत्र दिया। सूची में दो नाम ऐसे हैं जो पाला बदलकर आए हैं। इन नेताओं की किस्मत चमक गई है। इनमें शनिवार को ही पार्टी की सदस्यता लेने वाले रमेश कुशवाहा की पत्नी विजय लक्ष्मी कुशवाहा भाग्यशाली साबित हुईं। पत्नी को सीवान से जदयू ने उम्मीदवार बनाया है। रमेश कुशवाहा रालोमो के प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़कर आए हैं। वहीं हाल में राजद छोड़कर आई पूर्व सांसद लवली आनंद ने जदयू का दामन थामा है। इनके भाग्य के दरवाजे भी खुल गए। सूची में लवली आनंद शिवहर सीट से चुनाव लड़ेगी।

पार्टी उम्मीदवारों की सूची इस प्रकार है- वाल्मिकी नगर – सुनील कुमार, शिवहर – लवली आनंद, सीतामढ़ी – देवेश चंद्र ठाकुर, झंझारपुर – रामप्रीत मंडल, सुपौल -दिनेश्वर कामत, कटिहार – दुलाल चंद्र गोस्वामी,पूर्णिया – संतोष कुमार, मधेपुरा -दिनेश चंद्र यादव, गोपालगंज – डॉ. आलोक कुमार सुमन, सीवान – विजय लक्ष्मी देवी, भागलपुर – अजय कुमार मंडल, बांका – गिरिधारी यादव, मुंगेर -राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, नालंदा – कौशलेन्द्र कुमार, जहानाबाद – चंद्रेश्वर प्रसाद, किशनगंज – मुजाहिद आलम ।

वैसे जदयू के घोषित उम्मीदवारों में ज्यादातर वर्तमान सांसदों को ही मौका मिला है। केवल तीन सांसदों का टिकट कटा है। इनमें सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू, काराकाट से महाबली सिंह और गया से विजय मांझी शामिल हैं। महागठबंधन में सीटों के बंटवारे में तालमेल अभी नहीं बैठा है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने दलबदलुओं को भी चुनाव चिन्ह लालटेन निशान दिया है। इनमें गया जिला जदयू अध्यक्ष पद छोड़कर आए अभय कुशवाहा को औरंगाबाद से राजद ने अपना उम्मीदवार बनाया है।

उधर, जन अधिकार पार्टी प्रमुख पप्पू यादव ने तो अपनी पूरी पार्टी ही कांग्रेस में विलय कर दी है। ये पूर्णिया संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाह रहे है। लेकिन जदयू से शनिवार को त्यागपत्र देकर राजद में आई बीमा भारती भी पूर्णिया से अपनी उम्मीदवारी चाह रही है। वह पूर्णिया जिले के रुपौली की विधायक है। अब पूर्णिया सीट महागठबंधन के घटक किस दल के पास रहेगी, यह कहना मुश्किल है। यह तय है कि फायदा दलबदलू को होना है। पप्पू यादव और बीमा भारती दोनों ही दलबदलू है।