बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार अभियान सोमवार को खत्म हो गया। पहले चरण के लिए मतदान बुधवार को होगा। चुनाव प्रचार के दौरान राजनैतिक पार्टियों ने खूब जमकर पसीना बहाया। खासकर तेजस्वी यादव अपनी रैलियों में उमड़ रही भीड़ से इतने उत्साहित हैं कि वह ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे हैं। पहले चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन तेजस्वी यादव ने 13 रैलियां की। तेजस्वी की यह रैलियां बिहार के पांच जिलों में हुई।
महागठबंधन की तरफ से सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पटना स्थित अपने घर से प्याज की माला लेकर निकले और नीतीश और मोदी सरकार को महंगाई के मुद्दे पर घेरा। तेजस्वी यादव ने कहा कि “जब भाजपा वाले प्याज की माला लेकर घूमते थे, तब प्याज की कीमत 50 रुपए किलो थी लेकिन अब वह 80 रुपए किलो हो गई है लेकिन अब वह चुप हैं।” तेजस्वी यादव बेरोजगारी, प्रवासी मजदूर पलायन जैसे मुद्दे उठाने के बाद अब महंगाई को भी अपने भाषण में प्रमुख मुद्दे के तौर पर उठा रहे हैं।
वहीं मुजफ्फरपुर के सकरा में एक चुनावी रैली के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हेलीकॉप्टर की तरफ सोमवार को किसी व्यक्ति ने चप्पल फेंक दी। हालांकि, चप्पल हेलीकॉप्टर तक नहीं पहुंची। पुलिस उपाधीक्षक (मुजफ्फरपुर पूर्वी) मनोज पांडेय ने बताया कि रैली के दौरान हेलीपैड पर खड़े मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर की तरफ चप्पल फेंकी गई। उस समय मुख्यमंत्री मंच पर थे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की रैली में व्यवधान पैदा करने के आरोप में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। चप्पल फेंकने की घटना के समय कुछ लोग नारेबाजी भी कर रहे थे। गौरतलब है कि सकरा की रैली से पहले भी मुख्यमंत्री को कुछ रैलियों में विरोध की स्थिति का सामना करना पड़ा है।
कुछ स्थानों पर कुमार ने शोरशराबा करने वालों पर नाराजगी भी व्यक्त की और उनपर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की शह पर काम करने का आरोप लगाया तथा कहा कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। सकरा, महुआ और महनार की रैलियों में नीतीश ने राजद पर निशाना साधा और उसपर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
उन्होंने तेजस्वी यादव के दस लाख नौकरी देने के वादे पर भी तंज कसा। राजद पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को चुनाव के समय तरह-तरह के वादे करने और ठगने की आदत होती है लेकिन उन्हें काम से कोई मतलब नहीं होता है।
(भाषा इनपुट के साथ)