कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को ज़िले के कहलगांव की एक चुनावी सभा में कहा कि राजग के झूठे वायदों से बचना चाहिए। बिहार में नीतीश कुमार की चाबी भाजपा के हाथ में है। वे जब जैसा चाहते है वैसा इस्तेमाल उनका करते है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार को चुनाव आते ही बिहार के बेरोजगार युवाओं की याद आ गई और अब उन्नीस लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कर रहे हैं। ऐसे झूठे बयानों से बचना होगा।

बता दें कि आज बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन सभाएं हुई। वहीं इसी रोज कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दो सभाएं हुई। अपने दलों के दोनों शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार का दिन शुभ मानकर अपनी सभाओं का बिहार चुनाव में श्रीगणेश किया। आज नवरात्र की सप्तमी है। आज के दिन से मां दुर्गा प्रतिमा मंदिरों में विराजमान हुई है। राहुल की सभा में भी खासी भीड़ थी। मगर जितना प्रधानमंत्री की सभा में कोरोना के नियमों का पालन किया गया। वैसा राहुल की सभा में नहीं।

जिले के कहलगांव समेत बांका ज़िले के महागठबंधन उम्मीदवारों के पक्ष में उनकी शुक्रवार को सभा हुई। जिसमें कहलगांव कांग्रेस प्रत्याशी शुभानंद मुकेश और भागलपुर उम्मीदवार अजित शर्मा भी मौजूद थे। इसके अलावे बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधयक दल के नेता सदानंद सिंह और बिहार कांग्रेस के चुनाव प्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौर भी उपस्थित थे। उन्हीने कहा कि नरेन्द्र मोदी एवं नीतीश कुमार की झूठी घोषणाओं से दूर रहकर इस बार महागठबंधन की सरकार बनाना जरुरी है। इसके लिए प्रदेश की जनता को महागठबंधन के प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित कर सत्ता की चाबी सौंपनी होगी। तभी बिहार की गरीबी दूर होगी।

राहुल गांधी ने कहा कि बिहार की सत्ता की चाबी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास नहीं है बल्कि भाजपा के पास है और पार्टी अपनी इच्छानुसार चाबी का इस्तेमाल कर रही है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने, विक्रमशिला विश्वविद्यालय के निर्माण वगैरह की घोषणाएं अभी तक अधूरी है। प्रधानमंत्री जी के ऐसे थोथे वायदे और घोषणाओं से लोगों को बाहर निकलना होगा।

उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार ने पहले नोटबंदी एवं जीएसटी जैसी कुल्हाड़ी से बिहार की जनता को चोट पहुंचाने का काम किया है। अब यहां के उन्नीस लाख युवाओं को रोजगार देने की झूठी बातें कर रहे हैं। इससे युवाओं को सावधान रहने की जरुरत है।

बिहार की बारह करोड़ जनता जुमले, नफरत और अशांति नहीं बल्कि भाईचारे, सौहार्द तथा विकास चाहती है। हमें बिहार में विकास की सरकार ,किसानों-मजदूरों की सरकार लानी है। हमें पूरा भरोसा है कि बिहार की जनता सच्चाई को पहचानेगी और नरेन्द्र मोदी एवं नीतीश कुमार को सही जबाब देगी।

उन्होंने कहा कि राजग के लोग जनता के सामने सिर झुकाते हैं लेकिन काम नहीं करते हैं। मै प्रधानमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि देश मे रोजगार के लिए विगत छह महीने के भीतर क्या-क्या किया गया है? खासकर, बिहार के युवाओं को रोजगार क्यों नहीं मिला है? ऐसे में भला उन्नीस लाख युवाओं को रोजगार कैसे मिलेगा। इसकी जानकारी युवाओं को भी होनी चाहिए।

राहुल ने कहा कि कोरोनाकाल मे केन्द्र सरकार की अदूरदर्शिता के कारण बिहार के लाखों लोगों को हजारों कि.मी. पैदल चलकर घर आना पड़ा। सच्चाई यह है कि उन लोगों को भूखे रहकर समय काटना पड़ा है। साथ ही उनके परिजनों को किसी तरह की सुविधा नहीं दी गई है। अब काम के अभाव में मजदूर लोग पुनः यहां से पलायन कर रहे हैं लेकिन केन्द्र व राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई हैं।