लोजपा ने बिहार में अकेले दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हालांकि लोजपा प्रमुख चिराग पासवान साफ कर चुके हैं कि उनके भाजपा के साथ कोई मतभेद नहीं है और वह जदयू विरोध के चलते गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि अब भाजपा ने चिराग पासवान को कड़ा संदेश देते हुए साफ कहा है कि वह पीएम मोदी के नाम पर वोट नहीं मांग सकते हैं।

बीजेपी सूत्रों के अनुसार, लोजपा से साफ कह दिया गया है कि पार्टी के किसी बैनर, पोस्टर या भाषण में पीएम मोदी, अमित शाह या भाजपा का नाम नहीं लिया जाना चाहिए। भाजपा का कहना है कि दोनों पार्टियां बिहार में अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं, ऐसे में उन्हें भाजपा नेताओं के नाम के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी जा सकती।

बता दें कि चिराग पासवान ने कहा था कि वे पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को अपना नेता मानते हैं। इसलिए उनके नाम पर वोट मांगेंगे। इसके बाद चिराग ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक तस्वीर भी शेयर की, जिसमें वह पीएम मोदी के साथ नजर आ रहे हैं। खबर है कि जेडीयू ने इस पर भाजपा से स्थिति साफ करने को कहा था। इसके बाद भाजपा ने लोजपा को चेताया है कि वह पार्टी नेताओं के नामों का इस्तेमाल ना करें।

बता दें कि चिराग पासवान का दावा है कि इस बार बिहार में नीतीश सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर चल रही है। वह खुद भी हाल के दिनों में नीतीश सरकार के कामकाज के तरीकों पर सवाल उठे चुके हैं। यही वजह है कि चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा ने इस बार एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

हालांकि केन्द्र में लोजपा एनडीए का हिस्सा बनी हुई है। वहीं चिराग पासवान इस बार ज्यादा सीटें जीतकर खुद को भविष्य में बिहार के सीएम के विकल्प के रूप में भी पेश करना चाहते हैं। हालांकि लोजपा के गठबंधन से बाहर जाने से भाजपा और जदयू कार्यकर्ताओं में अविश्वास की भावना आ सकती है। इसी की आशंका को देखते हुए भाजपा ने लोजपा से साफ कह दिया है कि भाजपा नेताओं के नाम का इस्तेमाल कर वोट ना मांगे, ताकि गठबंधन की सहयोगी जदयू के साथ संबंध मजबूत बने रहे।