राजस्थान की भरतपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस ने महज़ 25 साल की संजना जाटव को टिकट दिया है। वह राजस्थान में अब तक घोषित सभी उम्मीदवारों में सबसे कम उम्र की हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने उन्हें अलवर की कठूमर विधानसभा से मैदान में उतारा था लेकिन वह भाजपा के रमेश खींची से केवल 409 वोटों से हार गई थीं। जब उन्हें कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में उतारा तो किसी को अंदाज़ा नहीं था कि वह प्रत्याशी बनाई जाने वाली हैं।

जब 1998 में संजना जाटव का जन्म हुए था तब से अब तक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कठूमर विधानसभा में हुए छः विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 1998, 2003 और 2018 में जीत दर्ज की है। जबकि भाजपा ने भी तीन बार – 2008, 2013 और 2023 में जीत हासिल की है।

संजना जाटव क्या कहती हैं?

इंडियन एक्सप्रेस के साथ बात करते हुए संजना जाटव ने कठुमर विधानसभा कुनाव में हुई हार का ज़िक्र किया और कहा,”यह मेरा पहला विधानसभा चुनाव था। मेरे पास कोई अनुभव नहीं था, फिर भी लोगों ने मुझे बहुत प्यार दिया। बस किस्मत थी कि मैं हार गई।”

वह कहती हैं कि उनके वह जहां भी जाती हैं, लोग उन्हें अपनी बेटी या बहू के तौर पर देखती हैं। वह कहती हैं, ”मैं व्यक्तिगत रूप से सभी के संपर्क में हूं और लोगों के बीच मेरी छवि राजनेता वाली नहीं है बल्कि मैं लोगों के बीच की हूं।”

वह प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ अभियान में भी शामिल रही थीं और उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कम से कम दो बड़े कांग्रेस नेताओं –भंवर जितेंद्र सिंह और तत्कालीन भरतपुर के पूर्व सांसद और मंत्री विश्वेंद्र सिंह– का समर्थन भी मिला हुआ है।

संजना जाटव ने 2021 में अपना पहला चुनाव लड़ा था। जब वह अलवर जिला परिषद के वार्ड नंबर 29 से 4,661 वोटों से जीत हासिल कर सुर्खियों में आई थीं। पिछले कुछ चुनावों की तरह इस बार भी भरतपुर में कोली बनाम जाटव चुनाव होगा। इस बार संजना का मुकाबला बीजेपी के रामस्वरूप कोली से है।