Loksabha Polls 2019: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले मायावती सीबीआई के जाल में फंस सकती हैं। सीबीआई ने मायावती के मुख्यमंत्री रहते 2010 में उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग में भर्ती के लिए कथित भाई-भतीजावाद एवं अन्य अनियमितताओं की जांच की खातिर अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ प्रारंभिक रिपोर्ट दर्ज की है।

अधिकारियों ने बताया कि राज्य की भाजपा शासित सरकार की शिकायत पर प्रारंभिक रिपोर्ट दर्ज की गई है जिसने इसे जनवरी में केंद्र सरकार के माध्यम से सीबीआई के पास भेजी थी। उन्होंने बताया कि आरोप है कि यूपीपीएससी के अधिकारियों सहित कुछ अज्ञात लोगों ने 2010 में अतिरिक्त निजी सचिवों के करीब 250 पदों के लिए परीक्षा में अनियमितताएं कीं। आरोप है कि मायवती ने अयोग्य उम्मीदवारों को लाभ पहुंचाया।

अधिकारियों ने शिकायतों का हवाला देते हुए दावा किया कि कुछ उम्मीदवारों को परीक्षा में लाभ पहुंचाया गया जो मूल न्यूनतम योग्यता भी पूरी नहीं करते थे। उन्होंने बताया कि शिकायत में आरोप है कि 2007-12 में मायावती के मुख्यमंत्री रहते उत्तरप्रदेश सरकार में सेवारत कुछ नौकरशाहों के ‘‘निकट संबंधियों’’ को पदों के लिए चुना गया।

उन्होंने कहा कि आरोप है कि यूपीपीएससी के अधिकारियों ने परीक्षकों से मिलीभगत कर अंकों में बदलाव किए ताकि उन्हें चुना जा सके। उन्होंने यह नहीं बताया कि ‘‘निकट संबंधी’’ क्या सरकार में चुने गए जनप्रतिनिधियों के थे। अधिकारी ने बताया, ‘‘राज्य सरकार की शिकायत में ये आरोप हैं। हमने प्रारंभिक रिपोर्ट दर्ज कर ली है।’’

वहीं, सपा और बसपा ने लोकसभा चुनावों के लिए तय कर लिया है कि कौन कौन सी सीटों पर उन्हें लड़ना है। दोनों ही दलों ने 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ना तय किया था । अब सीटों की पहचान कर ली गयी है कि कौन कौन सी सीटों पर सपा और कौन कौन सी सीटों पर बसपा अपने उम्मीदवार उतारेगी।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा हस्ताक्षरित एक आधिकारिक बयान में 80 लोकसभा सीटों में से 37 सीटें सपा को जबकि 38 सीटें बसपा को दी गयी हैं।

हालांकि, इस सीट बंटवारे से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव खुश नहीं हैं। मुलायम ने सपा मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब उन्होंने (अखिलेश यादव) मायावती के साथ आधी सीटों पर गठबंधन किया है। आधी सीटें देने का आधार क्या है ? मुलायम सिंह ने कहा, ‘‘अब हमारे पास केवल आधी सीटें रह गयी हैं । हमारी पार्टी कहीं अधिक दमदार है। हम सशक्त हैं लेकिन हमारे लोग पार्टी को कमजोर कर रहे हैं।’’