कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली का ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अब इस्तीफा मंजूर होने की खबर पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने के दो घंटे के भीतर इस्तीफा मंजूर भी हो गया, इससे अंदाजा लगाइए कि हमारी पार्टी कितनी तेजी से काम करती है। ऐसा माना जा रहा है कि अरविंदर सिंह लवली ने इस्तीफा प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया से नाराजगी के चलते और कन्हैया कुमार, उदित राज को टिकट दिए जाने की वजह से दिया है।
‘मैंने अचानक नहीं लिखी चिट्ठी’
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि यह चिट्ठी उन्होंने चंद घंटों में बैठकर नहीं लिखी बल्कि वह काफी समय से पार्टी के फैसलों से दुखी थे। लवली ने कहा,”मन दुखी है कि मैंने सिर्फ पद से इस्तीफा डीओए है और व्यवहार ऐसे किया जा रहा है जैसे मैंने पार्टी छोड़ दी हो। जब मुझे लगा कि मैं अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहा हूँ तो मैंने यह पद छोड़ा,कार्यकर्ताओं को न्याय दिलवाना मेरी ज़िम्मेदारी है और मैं ऐसा नहीं कर पा रहा था तो मैंने पद छोड़ दिया।’
उदित राज ने क्या कहा?
अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर उदित राज ने कहा, ‘याद रखा मेरी बात, अब पार्टी खड़ी होगी । जो 15 साल तक विधायक और 20 साल तक मंत्री रहे. पार्टी संघर्ष कर रही थी लेकिन उन्होंने पार्टी को खड़ा करने के लिए क्या किया? उदित राज ने आगे कहा, ”किसी के आने या जाने से कांग्रेस को कुछ नहीं होता. पार्टी बड़ी है, व्यक्ति नहीं।”
दिल्ली कांग्रेस के नेताओं ने आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में और अधिक इस्तीफों की पेशकश हो सकती है। नेताओं ने कहा कि लवली दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के एक महत्वपूर्ण वर्ग में शामिल हैं, जो राष्ट्रीय राजधानी में आप के खिलाफ एक राजनीतिक, भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा बनाने में सक्षम रहे हैं।