Lok Sabha Election 2019: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के जेडीयू उपाध्यक्ष और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को ‘बिहारी डाकू’ कहने पर सियासी गलियारा गरमाया हुआ है। नायडू ने आंध्र प्रदेश के ओंगोल में सोमवार को (18 मार्च) एक चुनावी रैली के दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर निशाना साधा था।
नायडू ने कहा था कि केसीआर आंध्र प्रदेश में आपराधिक राजनीति कर रहे हैं। वहीं, उन पर टीडीपी ( तेलुगु देशम पार्टी) और कांग्रेस के पार्टी नेताओं को तोड़कर अपने पक्ष में करने का आरोप लगाया। न्यूज एजेंसी एनएनआई के मुताबिक, इस सभा के दौरान नायडू ने प्रशांत किशोर पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहारी डकैत प्रशांत किशोर ने आंध्र प्रदेश में हमारे लाखों वोट कटवा दिए।
प्रशांत किशोर ने ट्विटर पर दिया करारा जवाबः बता दें कि प्रशांत किशोर साल 2014 के लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी और 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार के रणनीतिकार रहे हैं। प्रशांत किशोर ने ट्विटर के माध्यम से नायडू को जवाब दिया।
उन्होंने लिखा कि मैं चंद्रबाबू नायडू के निराधार बयानों से परेशान नहीं हूं। एक असहनीय हार किसी भी अनुभवी नेता को विचलित कर सकती है।उन्होंने कहा, ‘‘सर जी, आपकी अपमानजनक भाषा बिहार के प्रति आपकी दुर्भावना को दर्शाती है। इसीलिए आप सिर्फ इस बात पर ध्यान दें कि आंध्र प्रदेश में लोग आपको फिर से वोट क्यों दें?’
11 अप्रैल से होंगे पहले चरण के लोकसभा चुनावः बता दें कि आंध्र प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर 11 अप्रैल को पहले चरण के तहत मतदान होना है। इनके अलावा विधानसभा चुनाव भी इसी दिन होंगे। ऐसे में लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनावों के लिए नायडू सरकार उम्मीदवारों का नाम तय करने में काफी माथापच्ची कर रही है।
रेड्डी से है कड़ा मुकाबला : गौरतलब है कि राज्य में 25 लोकसभा सीटें और 175 विधानसभा सीटें हैं। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए नायडू सरकार वाईएसआर कांग्रेस के जगनमोहन रेड्डी से कड़े मुकाबले का सामना कर रही है। बता दें कि जगनमोहन रेड्डी को आंध्र प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का समर्थन प्राप्त है।