दिल्ली के जंतर मंतर पर लोकतंत्र बचाओ महारैली में केजरीवाल के नेतृत्व में विपक्षी नेता प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह पर निशाना साधने के लिए एकजुट हुए। इस दौरान विपक्ष के अपने कुनबे में ही दरार नजर आई।
आप द्वारा आयोजित तानाशाही हटाओ देश बचाओ रैली के मंच पर बंगाल की सियासत साफ नजर आई।टीएमसी नेता और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आने से पहले वामपंथी नेता सीताराम येचुरी पार्टी वहां से चलते बने।इतना ही नहीं सीपीआई के लीडर डी राजा भी ममता के आने से पहले रैली से फारिग होते नजर आए।

माकपा नेता सीताराम येचुरी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा भाई-भाई को लड़ाकर दु:शासन की राजनीति कर रही है। बेहतर भारत के लिए इस सरकार को बदलने की जरूरत है। देश को बचाने के लिए ‘चौकीदार’ को हटाना होग। येचुरी ने कहा, ‘‘भाजपा कौरव सेना की तरह है लेकिन पांडव (विपक्ष) उन्हें हराकर देश बचा लेंगे। इस दौराम डी राजा ने भी मोदी सरकार को निशाने पर लिया। डी राजा ने कहा कि मोदी सरकार में भारत का संविधान खतरे में है।

ममता बोली सिर्फ 20 दिन की बात है
ममता बनर्जी ने कहा ने इस दौरान मंच से मोदी सरकार पर निशाना साधा। ममता ने कहा कि पीएम मोदी का संसद में आज आखिरी दिन है।अब सिर्फ 20 दिन की बात है इसके मोदी जो चाहेंगे वो नहीं कर पाएंगे। इसके बाद सबकुछ चुनाव आयोग के हाथ में होगा। हम कायर नहीं है। हम लड़ रहे हैं हम जीतेंगे, जो डरते हैं वो मरते हैं।

फारुख अब्दुल्ला ने भी किय संबोधित
कश्मीरी नेता फारुख अब्दुल्ला ने इस दौरान मंच से कहा कि भारत को धर्म में नहीं बाटा जा सकता। जलियावाला बाग हत्याकांड में बहा खुन हिंदू- मुस्लिम का नहीं भारतीयों का था। इस दौरान उन्होंने कहा कि हर कोई कहता मैं पीएम बनूंगा, मैं पीएम बनूंगा। फारुख ने कहा कि पहले मौजूदा पीएम को कुर्सी से हटा तो दो फिर फैसला किया जाएगा।
इस रैली में बीजेपी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा भी पहुंचे।सपा के रामगोपाल यादव, आप के संजय सिंह, राकांपा के शरद पवार और एलजेडी प्रमुख शरद यादव सहित अन्य वरिष्ठ नेता भी रैली में उपस्थित थे।