प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी से अपना नामांकन कर दिया है। अब खबर आयी है कि तेलंगाना के किसान भी पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे। शनिवार को तेलंगाना के 50 किसानों ने पीएम मोदी के खिलाफ बतौर निर्दलीय नामांकन किया। इस दौरान न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए इन किसानों ने बताया कि हम किसी का विरोध नहीं कर रहे हैं। हम सिर्फ अपनी परेशानी को लोगों के सामने लाना चाहते हैं। बता दें कि वाराणसी से नामांकन करने वाले किसान तेलंगाना के हल्दी उगाने वाले किसान हैं। किसानों की मांग है कि एक हल्दी बोर्ड का गठन किया जाए और साथ ही हल्दी का न्यूनतम समर्थन मूल्य 15000 रुपए प्रति क्विंटल किया जाए।

किसानों का आरोप है कि भाजपा और यूपीए दोनों ही सरकारों ने उनकी सुध नहीं ली है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में भी ऐसे ही हालात थे और अब भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में भी उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया है। यही वजह है कि अपनी समस्याओं की तरफ सरकार का ध्यान दिलाने के लिए उन्होंने वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हल्दी की खेती करने वाले किसान अकाल और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कमी के चलते पिछले 4-5 सालों से काफी परेशानियों से गुजर रहे हैं। बिजनेस स्टैंडर्ड की एक खबर के अनुसार, हल्दी की प्रति क्विंटल कीमत 5,200 रुपए से घटकर 3,200 रुपए रह गई है।

बता दें कि वाराणसी से इस बार पीएम मोदी का मुकाबला सपा-बसपा गठबंधन की शालिनी यादव और कांग्रेस के अजय राय से होगा। अजय राय बीते लोकसभा चुनावों में भी वाराणसी से ही पीएम मोदी के सामने थे, बीते चुनावों में पीएम मोदी वाराणसी से रिकॉर्ड मतों से जीतने में सफल रहे थे। इस बार फिर पीएम मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं और गुरुवार और शुक्रवार को वाराणसी में रोडशो कर पीएम मोदी ने काशी के माहौल को मोदीमय कर दिया था। पीएम के रोडशो में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। वाराणसी में सातवें चरण के तहत 19 मई को मतदान होगा।