2019 Lok Sabha Election के तारीखों का ऐलान होने के बाद देश में सियासत और गरमा गई है। चुनाव आयोग ने रमजान के महीने में चुनाव कराने के फैसले पर उठ रहे सवालों को नकारते हुए कहा कि चुनाव कार्यक्रम में मुख्य त्यौहार और शुक्रवार का ध्यान रखा गया है। इस मामले में आयोग की ओर से सोमवार को जारी प्रतिक्रिया में कहा गया है कि रमजान के दौरान पूरे महीने के लिए चुनाव प्रक्रिया को रोका नहीं जा सकता। आयोग ने स्पष्ट किया कि इस दौरान ईद के मुख्य त्यौहार और शुक्रवार का ध्यान रखा गया है।
क्या है विवादः पश्चिम बंगाल के तृणमूल सांसद और कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम ने चुनाव आयोग के मतदान के तारीखों पर सवाल उठाया है। उन्होने कहा है कि रमजान में चुनाव कराने से अल्पसंख्यक वोट नही दे पाएंगे जिसका पूरा फायदा बीजेपी को होगा। वहीं चुनाव कार्यक्रम घोषित किए जाने के बाद आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान ने भी कहा था, “12 मई के दिन होगा दिल्ली में रमजान होगा मुसलमान वोट कम करेगा इसका सीधा फायदा भाजपा को होगा।”
खास दिनों को छोड़कर चुनाव होंगेः चुनाव आयोग ने रमजान के महीने में चुनाव कराने के फैसले पर उठ रहे सवालों को नकारते हुए कहा कि चुनाव की तारीखों में रमजान के खास दिनों के साथ शुक्रवार का भी खास तौर पर ध्यान रखा दिया गया है। इस मामले में आयोग की ओर से सोमवार को जारी प्रतिक्रिया में स्पष्ट किया गया कि ईद के मुख्य त्यौहारों का भी ध्यान रखा गया है।