उत्तर प्रदेश सरकार ने पांच सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों का नाम बदलकर राष्ट्रीय हस्तियों और ऐतिहासिक शख्सियतों के नाम पर कर दिया है। इसका उद्देश्य सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए तकनीकी शिक्षा परिदृश्य को नया आकार देना है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा अनुमोदित इस कदम का उद्देश्य तकनीकी शिक्षा को सामाजिक जागरूकता, न्याय, सद्भाव और राष्ट्र निर्माण जैसे आदर्शों के साथ एकीकृत करना है।

तकनीकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने इस पहल को “नई पीढ़ी में मूल्यों को स्थापित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम” बताते हुए कहा कि नाम बदले गए संस्थान छात्रों को तकनीकी उत्कृष्टता और सामाजिक नेतृत्व दोनों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेंगे।

बयान के अनुसार, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, प्रतापगढ़ का नाम बदलकर भारत रत्न बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज कर दिया गया है, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, मिर्जापुर का नाम बदलकर सम्राट अशोक राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज और राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, बस्ती का नाम अब भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के नाम से जाना जाएगा।

इसमें कहा गया है कि राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, गोंडा का नाम बदलकर मां पाटेश्वरी देवी राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज और राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, मैनपुरी का नाम अब लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज होगा।

पटेल ने कहा, “ये नाम प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम करेंगे और छात्रों को इन महान हस्तियों के आदर्शों को आत्मसात करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।” उन्होंने कहा कि यह कदम प्रतीकात्मकता से परे है और छात्रों में आत्मविश्वास और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ये संस्थान उत्तर प्रदेश के युवाओं को न केवल तकनीकी विशेषज्ञता के साथ बल्कि सामाजिक नेतृत्व की भूमिकाओं के लिए भी तैयार करेंगे।