Swami Prasad Maurya Education: यूपी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। इस बीच मंगलवार को बीजेपी को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी से खुद को अलग कर लिया।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजे गए अपने इस्तीफे में मौर्य ने कहा है, ‘दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।’

स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक तस्वीर शेयर की, जिसमें मौर्य उनके साथ खड़े नजर आ रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि मौर्य समाजवादी पार्टी का रुख कर रहे हैं।

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कहां तक पाई शिक्षा

मौर्य के पास यूपी की राजनीति में एक लंबा राजनैतिक अनुभव रहा है। उनका जन्म 2 जनवरी 1954 को यूपी के प्रतापगढ़ में हुआ था। इस समय वह 68 साल के हैं।

मौर्य ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उनके पास बैचलर ऑफ लॉ की डिग्री है। इसके अलावा उन्होंने एमए भी किया है। उनका मुख्य व्यवसाय कृषि और वकालत है।

कैसा है राजनीतिक जीवन

स्वामी प्रसाद मौर्य 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे। बीजेपी में शामिल होने के लिए उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का साथ छोड़ा था।

उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1980 में की थी। वह इलाहाबाद युवा लोकदल की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बने थे और जून 1981 से सन 1989 तक महामंत्री रहे। इसके बाद 1989 से 1991 तक उन्होंने यूपी लोकदल में मुख्य सचिव की भूमिका निभाई और 1991 से 1995 तक उत्तर प्रदेश जनता दल के महासचिव रहे।

साल 1996 में वह बसपा में शामिल हो गए और प्रदेश के महासचिव बन गए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। तब से लेकर अब तक वह 5 बार विधायक रहे और कई बार कैबिनेट मंत्री बने।