School Holidays: भारी बारिश के कारण भारत के कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सड़कों पर पानी भर गया है। कई राज्यों में 16 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने कई शहरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। ऐसे में छात्रों का स्कूल या कॉलेज जाना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए स्कूलों और कॉलेज को बंद करते हुए छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। इस आर्टिकल में हम इन राज्यों के उन इलाकों के बारे में बता रहे हैं। जहां भारी बारिश के कारण स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
गोवा सरकार ने की छुट्टी की घोषणा
बता दें कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के भारी बारिश के अलर्ट के कारण गोवा, कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों ने स्कूल और कॉलेज की छुट्टियों की घोषणा कर दी है। गोवा सरकार ने रविवार शाम को अधिसूचित किया कि राज्य में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण 12वीं कक्षा तक के स्कूल बंद रहेंगे। राज्य के शिक्षा निदेशक शैलेश ज़िंगडे ने मीडिया को बताया कि भारी बारिश और आईएमडी द्वारा जारी रेड अलर्ट के कारण, गोवा भर में क्लास एक से कक्षा 7 तक के सभी स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि छात्रों की सुरक्षा के लिए छुट्टी घोषित की गई है।
केरल में भी हुई स्कूलों की छुट्टी
केरल सरकार ने भी भारी बारिश के कारण ऐसा ही रुख अपनाया है और छुट्टी की घोषणा कर दी है। मलप्पुरम, कोझिकोड, त्रिशूर, एर्नाकुलम, कन्नूर, वायनाड और कासरगोड में शैक्षणिक संस्थानों में आज छुट्टी घोषित कर दी गई है। हालांकि कासरगोड में कॉलेज खुले रहेंगे। आईएमडी ने केरल के कई जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है और राज्य के मलप्पुरम, कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए रेड अलर्ट और एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, कोझिकोड और वायनाड जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
बता दें कि कर्नाटक में 16 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है। कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) ने यह जानकारी दी है। इस बीच उत्तर कन्नड़ जिले की उपायुक्त (डीसी) लक्ष्मीप्रिया ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा जारी ‘रेड अलर्ट’ का हवाला देते हुए सोमवार को कारवार, अंकोला, कुमता, होन्नावर, भटकल, सिरसी, सिद्धपुर, येल्लापुर, दांडेली और जोइदा तालुकाओं में सभी स्कूलों और पीयू (प्री-यूनिवर्सिटी) कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। ‘रेड अलर्ट’ के तहत 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से अधिक भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना रहती है।
कन्नड़ में स्कूलों की छुट्टी की घोषणा
आईएमडी के अनुसार, उत्तर कन्नड़ के कैसल रॉक में रविवार को सबसे अधिक 220 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग ने उत्तर कन्नड़ जिले में 14 जुलाई को अपराह्न एक बजे से 16 जुलाई रात आठ बजकर 30 मिनट तक भारी बारिश की चेतावनी और ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। केएसएनडीएमसी ने बताया कि कर्नाटक में जोरदार मानसून की यह स्थिति महाराष्ट्र-उत्तरी केरल तट के साथ मौजूदा अपतटीय द्रोणिका (ट्रफ) के साथ-साथ तटीय आंध्र प्रदेश से दूर पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण के कारण है जिससे कर्नाटक में अधिक नमी आ रही है।
कर्नाटक में भी स्कूल-कॉलेज बंद
तटीय कर्नाटक, मलनाड जिलों और आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में 16 जुलाई तक बारिश की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों ने पूर्वानुमान जताया है कि आने वाले सप्ताह में राज्य में कावेरी और कृष्णा बेसिन पर बने बांधों में भारी मात्रा में पानी आने की संभावना है। केंद्रीय जल आयोग ने कर्नाटक के छह बांधों और बैराजों के लिए जल प्रवाह पूर्वानुमान जारी किया है, जहां जल प्रवाह निर्दिष्ट सीमा के बराबर या उससे अधिक है। कबीनी जलाशय में जलस्तर भंडारण क्षमता से 85 प्रतिशत से ऊपर जाने के कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है। सभी छह बांधों और बैराजों से पानी छोड़ा जा सकता है ताकि निचले इलाकों में बाढ़ और ऊपरी इलाकों में जलभराव से बचा जा सके।
ग्रीन,येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट के क्या मायने हैं?
मौसम विभाग देश में मौसम संबंधी अलर्ट जारी करने के लिए चार रंगों का उपयोग करता है। ये अलर्ट हैं… ग्रीन (किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं), येलो (नजर रखें और निगरानी करते रहें), ऑरेंज (कार्रवाई के लिए तैयार रहें) और रेड (कार्रवाई/सहायता की जरूरत है)।