SSLC Result Karnataka 2024: कर्नाटक सेकेंड पीयूसी परीक्षा (12वीं) का रिजल्ट आज मंगलवार को जारी कर दिया गया है। कुल 81.15 प्रतिशत छात्र उस परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। कर्नाटक का 12वीं का परिणाम जारी होने के बाद अब छात्रों को कर्नाटक एसएसएलसी कक्षा 10 के रिजल्ट का इंतजार है।

माना जा रहा है कि KSEAB अप्रैल के आखिर या मई की शुरुआत में SSLC के लिए परिणाम की तारीख और समय की घोषणा करेगा। दरअसल, कर्नाटक एसएसएलसी परिणाम के लिए अभी कॉपियों की चेकिंग शुरू नहीं हुई है। कर्नाटक बोर्ड एसएसएलसी कक्षा 10वीं का परिणाम कर्नाटक स्कूल परीक्षा और मूल्यांकन बोर्ड (केएसईएबी) द्वारा अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत में करेगा। सेकेंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (एसएसएलसी) के परिणाम की घोषणा का इंतजार कबसे छात्रों को है।

असल में कर्नाटक एसएसएलसी परिणाम का मूल्यांकन अभी शुरू नहीं हुआ है। केएसईएबी अधिकारी ने आज कक्षा 12 पीयूसी 2 परिणाम की घोषणा करते हुए हमारे सहयोगी Indianexpress.com को बताया। उन्होंने कहा कि वे सभी छात्र जो कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हुए थे वे अपना परिणाम आधिकारिक वेबसाइट – kseeb.kar.nic.in और karresults.nic.in पर देख सकते हैं।

कब हुईं थी परीक्षाएं औऱ कब जारी हुआ था परिणाम

इस साल कर्नाटक बोर्ड की एसएसएलसी परीक्षा 25 मार्च से 6 अप्रैल के बीच संपन्न हुईं थीं। पिछले साल कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाएं 31 मार्च से 19 जून तक आयोजित की गईं और परिणाम 8 मई को घोषित किए गए। वहीं 2022 में परीक्षाएं 28 मार्च से 11 अप्रैल तक आयोजित की गईं थी और रिजल्ट 19 मई को घोषित किए गए।

बता दें कि शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए एसएसएलसी परीक्षा में कर्नाटक का उत्तीर्ण प्रतिशत 83 प्रतिशत दर्ज किया गया, जो पिछले साल के 85 प्रतिशत से दो प्रतिशत कम है। हर साल की तरह इस बार भी लड़कियों ने 87 फीसदी पास प्रतिशत हासिल करके लड़कों को पछाड़ दिया है, जबकि लड़कों ने 80 फीसदी अंक हासिल किए हैं।

2023 में कुल 8,35,102 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे और 7,00,619 छात्रों ने परीक्षा पास की थी। चित्रदुर्ग जिला 96.8 प्रतिशत हासिल करके कर्नाटक में उत्तीर्ण प्रतिशत सूची में शीर्ष पर रहा, उसके बाद मांड्या (96.7 प्रतिशत) और हसन (96.6 प्रतिशत) रहे। सबसे कम उत्तीर्ण प्रतिशत वाले जिले यागिर (75.49 प्रतिशत), बीदर (78.73 प्रतिशत) और बेंगलुरु दक्षिण (78.95 प्रतिशत) हैं। अधिकारियों ने कहा कि बोर्ड बेंगलुरु जिले के कम उत्तीर्ण प्रतिशत के कारण की पहचान करेगा। छात्रो को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिफिकेशन चेक करते रहें।