झारखंड में दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक मामले में राज्य पुलिस ने कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें मास्टरमाइंड भी शामिल है। झारखंड पुलिस ने इस मामले में मंगलवार को 6 और आरोपियों को गिरफ्तार किया जिसके बाद कुल गिफ्तार लोगों की संख्या 10 हो गई। पुलिस विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य आरोपी एक मजदूर छात्र है।

डीजीपी ने दी जानकारी

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने राज्य विधानसभा के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा, “बोर्ड परीक्षा पेपर लीक मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कोडरमा पुलिस ने पूरी कड़ी को तोड़ दिया और पाया कि मुख्य आरोपी एक छात्र था जो मजदूर के रूप में भी काम करता था।” कोडरमा पुलिस ने छह लोगों को गिरिडीह जिले से गिरफ्तार किया।

साल में दो बार होंगी CBSE बोर्ड 10वीं की परीक्षा, ड्राफ्ट को मिली मंजूरी; 2026 से लागू होगा नियम

कहां-कहां हुई छापेमारी

कोडरमा के एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि टाउन थाना अंतर्गत बरगंडा इलाके में छापेमारी के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं। ‘झारखंड एकेडमिक काउंसिल’ (जेएसी) ने प्रश्नपत्र के कथित तौर पर सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद 20 फरवरी को हिंदी और विज्ञान विषयों की दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी थी।

कैसे हुआ पेपर लीक?

डीजीपी ने कहा कि मुख्य आरोपी ने निर्धारित परीक्षा से करीब एक सप्ताह पहले ट्रक से प्रश्नपत्र उतारते समय कथित तौर पर प्रश्नपत्र निकाल लिया था। डीजीपी ने कहा, “आरोपी ने प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी ली और उसे सोशल मीडिया में प्रसारित कर दिया। प्रश्नपत्र की मूल प्रति उसके घर से बरामद की गई है।” उन्होंने कहा कि पुलिस जांच पूरी हो चुकी है।

उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि ऐसी कोई घटना दोबारा नहीं होगी।” भाजपा ने मंगलवार को पेपर लीक मुद्दे पर राज्य विधानसभा में हंगामा किया और मामले की सीबीआई से जांच की मांग की।

भाषा इनपुट के साथ