सभी विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों की इच्छा होती हैं कि करिअर ऐसा हो जिसमें उनकी रुचि हो और अच्छा वेतन भी मिले। विद्यार्थी बारहवीं की पढ़ाई विज्ञान, वाणिज्य और मानविकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में करिअर के विकल्प को ध्यान में रखकर करते हैं जो उन्हें सबसे अधिक आकर्षित करते हैं।

हालांकि, उनके डोमेन में बारहवीं के बाद उपलब्ध करिअर विकल्पों पर व्यापक शोध करना अनिवार्य है जो उनकी रुचियों के साथ भी मेल खाता हो। इसके लिए विद्यार्थियों को अपनी रुचियों और अंकों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न पाठ्यक्रमों को अच्छी तरह समझना चाहिए, तब जाकर अपने बारहवीं के बाद के करिअर का चयन करना चाहिए।

विज्ञान के विकल्प

विज्ञान में बारहवीं पूरी करने के बाद चिकित्सा और इंजीनियरिंग दो सबसे लोकप्रिय और मांग वाले करिअर होते हैं, लेकिन इसके आलावा भी बहुत सारे करिअर विकल्प आज विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। जीव विज्ञान में रुचि रखने वाले विद्यार्थी एमबीबीएस, बीडीएस, आप्टोमेट्रिस्ट, फार्मासिस्ट, अपराध विज्ञान, माइक्रोबायोलाजी और कई अन्य विकल्प चुन सकते हैं।

भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित (पीसीएम) वाले बीटेक, बीई, बीआर्क, एरोनाटिक्स आदि का विकल्प चुन सकते हैं। इसके अलावा कृषि-वनस्पति विज्ञान/ कृषि-जैव प्रौद्योगिकी/ कृषि-रसायन विज्ञान/ कृषि-आर्थिक/ सामाजिक वानिकी, फार्मासिस्ट, वास्तुकला आदि में डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा बीएससी (नर्सिंग) दो साल का डिग्री पाठ्यक्रम है जिन विद्यार्थियों ने विज्ञान विषयों से बारहवीं 50 फीसद अंकों के साथ पास की हो, वे इस कोर्स को करने के योग्य माने जाते हैं।

वाणिज्य के विकल्प

चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए), कंपनी सेक्रेटरी (सीएस), कास्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (सीएमए) वाणिज्य के कुछ पेशेवर पाठ्यक्रम हैं, जिन्हें वाणिज्य में बारहवीं पास करने के बाद चुना जा सकता है। कुछ नियमित पाठ्यक्रमों में व्यवसाय प्रशासन स्नातक (बीबीए), अर्थशास्त्र में स्नातक, वाणिज्य में स्नातक (बीकाम), प्रबंधन में स्नातक आदि शामिल हैं।

बीकाम करने के बाद विद्यार्थियों को अकाउंटेंट, अकाउंटेंट एग्जीक्यूटिव, अंकेक्षक, कास्ट अकाउंटेंट, अर्थशास्त्री, वित्त प्रबंधक, वित्त विश्लेषक, वित्त योजनाकार, वित्त नियंत्रक, वित्त कंसलटेंट, निवेश विश्लेषक, पोर्टफोलियो प्रबंधक, सांख्यिकीविद, स्टाक ब्रोकर, कर आडिटर, कर कंसलटेंट आदि पदों पर काम मिल सकता है। वाणिज्य विषयों से बारहवीं पास करने वाले लोग व्यवसाय प्रबंधन स्नातक और विधि स्नातक (बीबीए-एलएलबी), एक स्नातक प्रशासनिक कानून पेशेवर एकीकृत पाठ्यक्रम है।

बीबीए एलएलबी का चयन करने वाले विद्यार्थी व्यवसाय प्रबंधन और विधि का अध्ययन करते हैं। कोई भी विद्यार्थी जिसने न्यूनतम 50 फीसद अंकों के साथ बारहवीं की हो इस पाठ्यक्रम के लिए पात्र माना जाता है। देश में एलएलबी की पढ़ाई कराने वाले कई कालेज है। जिसके लिए प्रवेश परीक्षा भी आयोजित की जाती है।

मानविकी के विकल्प

मानविकी विषयों से बारहवीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों के पास उच्च शिक्षा में बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं। कोई भी विद्यार्थी बारहवीं के बाद कानून, पत्रकारिता और जनसंचार, इतिहास, राजनीतिशास्त्र, समाजशास्त्र, हिंदी, अंग्रेजी, फैशन डिजाइन, होटल प्रबंधन, ग्राफिक डिजाइन आदि अन्य पाठ्यक्रम चुन सकता है।

इसके अलावा इवेंट मैनेजमेंट उन विद्यार्थियों के लिए एक बढ़िया विकल्प है जो चुनौतियों को स्वीकार करना पसंद करते हैं और समस्या समाधानकर्ता हैं। क्षेत्र में रचनात्मक, साधन संपन्न, मेहनती, रचनात्मक लोगों के लिए बहुत संभावनाएं हैं। इसमें प्रबंधन, एक सफल आयोजन के खानपान की योजना शामिल है। इस पेशे में संपर्क बढ़ाने करने की क्षमता के साथ अच्छे प्रबंधन और नियोजन कौशल वाले व्यक्ति की आवश्यकता होती है।

इसलिए अगर आपमें ये गुण हैं तो इसे अपनाएं। लेकिन यदि किसी वजह से यदि कुछ विद्यार्थियों के नंबर बारहवीं में कम आए और उनके घर की आर्थिक हालत बहुत अच्छी नहीं हैं तो ऐसे विद्यार्थियों को भी बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं हैं। ऐसे बहुत से पाठ्यक्रम सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों द्वारा चलाए जाते हैं जिनको कम समय में करके कोई भी विद्यार्थी आसानी से नौकरी हासिल कर सकता हैं।

मानविकी या विज्ञान विषयों से बारहवीं पास करने वाला कोई भी विद्यार्थी विभिन्न विषयों में डिप्लोमा पाठ्यक्रम कर सकता है। इनमें ‘ब्यूटी कल्चर एंड हेयर ड्रेसिंग’ में डिप्लोमा, कंप्यूटर हार्डवेयर, फैशन डिजाइनिंग, ड्रेस डिजाइनिंग, कटिंग और टेलरिंग, वेब डिजाइनिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, सूचनी प्रौद्योगिकी, एप्लीकेशन साफ्टवेयर डेवलपमेंट, टेक्सटाइल डिजाइनिंग, अस्पताल और स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन, शारीरिक चिकित्सा और पुनर्वास, एनिमेशन और मल्टीमीडिया, एनिमेशन फिल्म मेकिंग, माइक्रोसाफ्ट आफिस,  बेसिक टाइपिंग, टैली, फोटोशाप, पेजमेकर, सी प्रोग्रामिंग आदि शामिल हैं।

इनमें से बहुत सारे पाठ्यक्रम भारत सरकार की राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) की ओर से मुफ्त में प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) से भी विद्यार्थी काम करते हुए बहुत सारे पेशेवर प्रमाणपत्र, डिप्लोमा और स्नातक पाठ्यक्रम कर सकते हैं जिनकी फीस बहुत ही कम होती है। इग्नू से डिप्लोमा पाठ्यक्रम करने के लिए विद्यार्थी बारहवीं पास होना अनिवार्य है।

  • संजय सिंह बघेल (शिक्षक, दिल्ली विश्वविद्यालय)