राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों की पढ़ाई-लिखाई को लेकर सरकार के दावों की पोल खोलने वाला एक आंकड़ा आरटीआई के माध्यम से सामने आया है। दरअसल, दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पिछले पांच साल के अंदर 12वीं के टॉपर्स की संख्या में भारी गिरावट आई है। 2020 से लेकर 2024 तक दिल्ली में टॉपर्स की संख्या बहुत तेजी से कम हुई है।

दिल्ली में घटी 12वीं टॉपर्स की संख्या

रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 95 से 100 फीसदी अंक लाने वाले विद्यार्थियों की संख्या 442 थी जो 2024 में घटकर सिर्फ 67 रह गई। दिल्ली शिक्षा निदेशालय के मुताबिक, 100 अंक लाने वाले विद्यार्थियों की फेहरिस्त में दिल्ली सरकार के स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के सिर्फ आठ विद्यार्थी शामिल हैं, जिनमें से सात ने पेंटिंग में और एक छात्र ने साइकोलॉजी में यह मार्क्स हासिल किए हैं।

इस साल 93 स्टूडेंट्स को पेंटिंग में मिले 100 मार्क्स

दिल्ली सरकार ने 2021-22 में स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की थी जिसके तहत राजधानी में फिलहाल इस तरह के 38 स्कूल हैं, जहां बच्चों की पढ़ाई के लिए उच्च स्तरीय सुविधाएं हैं। एक आरटीआई में यह जानकारी सामने आई है कि इस वर्ष 100 में से 100 अंक लाने वाले विद्यार्थियों की संख्या 153 थी जिसमें से 33 विद्यार्थी ही मुख्य विषयों में 100 अंक ला सके जबकि 93 विद्यार्थियों ने सिर्फ पेंटिंग में 100 अंक प्राप्त किए।

इस साल किस विषय में कितने बच्चों को मिले 100 मार्क्स

आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, अकाउंट्स में आठ, बायोलॉजी में दो, केमिस्ट्री में आठ, कंप्यूटर साइंस में एक, अर्थशास्त्र में एक, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स में एक, भूगोल में तीन, इंफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिस में दो, ऑफिस प्रोसीजर एंड प्रैक्टिस में दो, गृह विज्ञान में सात, इतिहास में तीन, गणित में दो, राजनीति विज्ञान में तीन, पेंटिंग में 93, फिजिकल एजुकेशन में पांच, साइकोलॉजी में एक, रिटेल में एक, संस्कृत में दो, टेक्सटाइल डिजाइन में छह और उर्दू में एक बच्चे को 100 में से 100 अंक प्राप्त हुए।

2020 के बाद इस तरह कम हुए 12वीं में टॉपर्स

आरटीआई के मुताबिक, 2024 में 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले 1,51,429 विद्यार्थियों में से 67 छात्र, 95 से 100 फीसदी अंक लाने में सफल रहे जबकि 943 विद्यार्थियों को 90 से 95 अंक, 18,419 को 75 से 90 फीसदी, 61,492 छात्रों को 60 से 75 फीसदी, 57,904 विद्यार्थियों को 50 से 60 फीसदी और 12,604 विद्यार्थियों को 50 फीसदी से कम अंक प्राप्त हुए थे।

2023 में 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले 2,27,020 विद्यार्थियों में से 105 छात्र 95 से 100 फीसदी अंक लाने में सफल रहे। 2022 में 12वीं की परीक्षा देने वाले कुल 1,64,641 छात्रों में से 161 छात्र 95 से 100 फीसदी अंक लाने में सफल रहे।

2021 में 12वीं कक्षा के कुल 1,61,484 छात्रों में से 95 से अधिक अंक लाने वाले छात्रों की संख्या 936 थी।

2020 में कुल 1,11,413 बच्चे 12वीं की परीक्षा में बैठे जिसमें से 442 छात्र 95 से अधिक अंक लाने में सफल रहे।